UTTRAKHAND : शीतलाखेत महाविद्यालय COLLEGE में आठ साल बाद भी विज्ञान SCIENCE संकाय को मंजूरी नहीं मिली है। महाविद्यालय का संचालन होने के बाद भी क्षेत्र के विद्यार्थियों को यहां विज्ञान का ज्ञान नहीं मिल रहा और वे इसके लिए पलायन करने के लिए मजबूर हैं।
वर्ष 2016 में शीतलाखेत महाविद्यालय का संचालन हुआ। क्षेत्र के विद्यार्थियों को उम्मीद थी कि स्थानीय स्तर पर उन्हें उच्च शिक्षा मिलेगी लेकिन आठ साल बाद भी यहां विज्ञान संकाय संचालित न होने से विद्यार्थी निराश हैं। विद्यार्थियों को विज्ञान का ज्ञान लेने के लिए 35 किमी दूर अल्मोड़ा ALMORA या 90 किमी दूर हल्द्वानी की दौड़ लगानी पड़ रही है। आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए कला संकाय में प्रवेश लेना मजबूरी बन गया है। संवाद
बीए में भी नहीं हैं पूरे विषय
अल्मोड़ा। महाविद्यालय में संचालित बीए में सभी विषय नहीं होने से विद्यार्थियों STUDENTS को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। बीए में गणित, भूगोल, कला, समाजशास्त्र विषय संचालित नहीं हो रहे हैं। ऐसे में मजबूरन विद्यार्थियों को अन्य महाविद्यालयों का रुख करना पड़ रहा है।
प्रो. ललन प्रसाद वर्मा, प्राचार्य, शीतलाखेत महाविद्यालय ने बताया कि महाविद्यालय में विज्ञान पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। मौजूदा संसाधनों में पठन-पाठन किया जा रहा है।