उत्तराखंड: बिजली का संकट नहीं हो रहा दूर, लोग अब जनरेटर लेने को मजबूर
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सितारगंज। भीषण व उमस भरी गर्मी में बिजली के संकट से लोग परेशान हैं। हर रोज दस से 12 घंटे की अघोषित बिजली कटौती से पेयजल व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। लोग अब जनरेटर खरीदने या फिर किराए पर लेने को मजबूर हो गए हैं। किसान भी पर्याप्त बिजली न मिलने से इंजन के जरिये अपने खेतों में पानी लगा रहे हैं। बीते बृहस्पतिवार को भाजपाइयों ने भी ऊर्जा निगम के ईई से वार्ता कर बिजली कटौती पर नाराजगी जताई थी।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार क्षमता से अधिक बिजली की खपत के कारण ट्रांसफार्मरों पर अत्यधिक लोड है। ऐसे में नगर को तीन फीडरों में बांटकर बारी-बारी से एक-एक घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा चार से घंटे तक की रोस्टिंग भी हो रही है। शुक्रवार को एसडीएम तुषार सैनी ने ऊर्जा निगम के अफसरों को कार्यालय बुलाकर रोस्टिंग के बारे में जानकारी ली लेकिन विभाग के अफसर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। एसडीएम ने अफसरों को नोटिस भेजकर दो दिन में कटौती पर जवाब मांगा और कटौती का रोस्टर भी तलब किया। एसडीएम ने डीएम को भी अघोषित कटौती की जानकारी दी।
एसडीएम ने कहा कि ऊर्जा निगम के अफसर जनता को कटौती की जानकारी क्यों नहीं दे रहे हैं। रोजाना कितने घंटे किस समय में कटौती होगी इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। अफसरों ने कटौती के समय का निश्चित समय एसडीएम को नहीं बताया। एसडीएम ने संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विद्युत विभाग के ईई को नोटिस भेजकर दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। एसडीएम ने कहा कि लोग परेशान हैं। बुजुर्ग व गंभीर बीमारों के सामने गर्मी से जीवन का संकट बना हुआ है। एसडीएम ने कटौती रजिस्टर में किसी सक्षम अधिकारी के प्रमाणित नहीं करने पर नाराजगी जताई। कहा कि जनता में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है।
एसडीएम ने ईई को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए। चेतावनी दी है कि भविष्य में कहीं जनहानि या शांति व्यवस्था भंग होने पर विद्युत विभाग जिम्मेदार होगा। सोशल मीडिया में भी बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश साफ है। लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी में न तो बिजली है और न ही पीने का पानी ही पर्याप्त मिल पा रहा है।
किसान आयोग के उपाध्यक्ष ने किया विद्युत सब स्टेशन का निरीक्षण
नानकमत्ता। अघोषित विद्युत कटौती से परेशान किसानों की शिकायत पर किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ने विद्युत सब स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयोग के उपाध्यक्ष ने विद्युत स्टेशन में कई खामियां पाईं जिनसे उच्चाधिकरियों को अवगत कराया और अवर अभियंता नीरज कुमार के समक्ष अघोषित बिजली कटौती पर नाराजगी जताई। कहा कि क्षेत्र में इन दिनों किसान खेतों में धान की पौध लगा रहे हैं।
इसके लिए खेत में पानी की आवश्यकता है लेकिन बिजली न मिलने से पौध लगाने का काम प्रभावित हो रहा है। उन्होंने जल्द ही बिजली कटौती बंद करने को कहा।