उत्तराखंड : उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पीएम-10 के आंकड़े, गाड़ियां कर रही ज्यादा प्रदूषण

पीएम-10 को रेस्पायरेबल पर्टिकुलेट मैटर भी कहते हैं।

Update: 2022-07-17 11:22 GMT

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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : आंकड़ों में चौकाने वाली बात यह है कि हरिद्वार से लगते हुए सिडकुल की फैक्ट्रियों से इतना प्रदूषण नहीं हो रहा है, जितना ऋषिकुल के आसपास मिला है। ऋषिकुल के आसपास बस अड्डा और रेलवे स्टेशन भी है। सिडकुल का औसतन पीएम-10 123.84 और ऋषिकुल का 131.45 आया है।सिडकुल का औसतन पीएम 2.5 96.61 और ऋषिकुल का 103.64 है। सबसे अधिक यात्रा सीजन अप्रैल में ऋषिकुल का पीएम-10 138.39 मिला है। जो इस साल तक का सर्वाधिक है। जनवरी में यह आंकड़ा 123.64 था। सिडकुल में जनवरी के दौरान 110.64 पीएम-10 था, जो अब लगातार बढ़ रहा है। मई और जून में यह 126.3 पहुंच गया।

यह होता पीएम-10 : पीएम-10 वह कण हैं, जिनका व्यास 10 माइक्रोमीटर होता है और इन्हें फाइन पार्टिकल्स भी कहा जाता है। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि पीएम-10 को रेस्पायरेबल पर्टिकुलेट मैटर भी कहते हैं। इसमें धूल, गर्द और धातु के सूक्ष्म कण शामिल होते हैं।
source-hindustan


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