उत्तराखंड: स्थानीय प्रशासन ने हटाए 30 अतिक्रमण, फिर चला बुलडोजर
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डीएम के निर्देश पर शहर में स्थानीय प्रशासन का बुलडोजर बृहस्पतिवार को भी गरजता रहा। इस दौरान 30 अवैध अतिक्रमणों को जमींदोज कर दिया गया। डीएम ने यहां के एसडीएम को अतिक्रमण चिह्नित कर अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। छह दिन से शुरू अभियान बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। एसडीएम नरेश चंद्र दुर्गापाल के नेतृत्व में सड़कों से अवैध अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया गया।
अतिक्रमण हटाओ अभियान के छह दिनों के दौरान केवल एक दिन बुलडोजर नहीं गरजा। बृहस्पतिवार को एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व, लोनिवि, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं नगर पालिका परिषद की संयुक्त टीम ने कैमल बैक रोड़, स्प्रिंग रोड़ क्षेत्र में चिह्नित अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त किया। टीम ने सड़क पर रखी सामग्री को भी हटाया।
एसडीएम ने बताया कि शहर की सबसे महत्वपूर्ण सड़क कैमल बैक अवैध अतिक्रमण और अवैध कब्जों से संकरी हो गई थी, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समस्या होती थी। इसके अलावा जाम की समस्या भी बनी रहती थी। यहां पर कई बड़े होटल भी बन गए, मगर उनके पास पार्किंग की सुविधा नहीं है। बताया कि अभियान के दौरान कई लोगों ने अतिक्रमण खुद हटा लिया।
बताया कि जिसने अपने अतिक्रमण नहीं हटाए, उनके अतिक्रमण बुलडोजर से ढहा दिए गए। कहा कि होटल संचालकों को बता दिया गया था कि किंक्रेग में गाड़ियां खड़ी कराए और पर्यटकों को शटल सेवा से ले जाएं, लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं किया। कहा कि एमडीडीए के नियमों के खिलाफ जिन लोगों ने निर्माण कार्य किया है या मानचित्र के विपरीत भवन बनाया है, उनको चिह्नित किया जा रहा है। इसके बाद अभियान चलाया जाएगा। कहा कि शहर की सड़कों से अधिकांश अतिक्रमण हटा दिया गया है। कहा कि फिर भी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। अभियान में पालिका ईओ यूडी तिवाडी, कोतवाल गिरीश चंद्र शर्मा, एसएसआई गुमान सिंह नेगी, कार्यालय अधीक्षक महावीर सिंह राणा, नायब तहसीलदार भोपाल सिंह चौहान, गोविंद सिंह, नगर अभियंता रमेश बिष्ट आदि शामिल थे।