उत्तराखंड: एनआईटी उत्तराखंड का स्थाई कैंपस जल्द बनकर तैयार हो जायेगा. आने वाले समय में एनआईटी उत्तराखंड के दो स्थाई कैंपस होंगे. जहां छात्र छात्राएं अध्ययन कर सकते हैं. अभी तक एनआईटी उत्तराखंड का संचालन श्रीनगर गढ़वाल स्थित एनआईटी (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) के अस्थाई कैंपस में हो रहा है. लेकिन स्थाई कैंपस के लिए चयनित सुमाड़ी की भूमि पर निर्माण कार्य शुरू करने की कवायदें भी तेज हो गई है.
वहीं श्रीनगर में पहले फेस का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. यहां हॉस्टल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. सुमाड़ी में इन्फरास्टक्चर डेवलप करने को लेकर दुबारा टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी गई है. आपको बता दें कि इससे पहले भी सुमाड़ी में कैंपस निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया हुई थी, लेकिन टेंडर का बजट अत्याधिक चले जाने के कारण दुबारा टेंडर प्रक्रिया की गई है.
श्रीनगर अस्थाई कैंपस भी बनेगा स्थाई कैंपस
एनआईटी उत्तराखंड के जो दो स्थाई कैंपस बनने हैं. उनमें से एक सुमाड़ी में व दूसरा श्रीनगर के अस्थाई कैंपस को ही स्थाई कैंपस के रूप में विकसित किया जाना है. बताया कि एनआईटी श्रीनगर में फेस वन का काम 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. फेस टू के कार्य के लिए 33 करोड़ रुपये जारी कर दिए गये हैं. जिसमें डायरेक्टर ऑफिस , डीन कार्यालय समेत अन्य भवन निर्माण होने हैं.
650 करोड़ की लागत से बनेगा सुमाड़ी में NIT CAMPUS
एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि इस बार टेंडर की लागत पहले से कम आई है. यह 650 करोड़ रुपये में टेंडर खुला है. बताया कि इंस्ट्यूट के पास 597.75 करोड़ रुपये है. अतिरिक्त फंड के लिए मंत्रालय को लिखा गया हैं. जैसे ही पैसे की व्यवस्था हो जाती है आगे कि प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
इस वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी
एनआईटी डायरेक्टर प्रो0 एलके अवस्थी ने बताया कि इस शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है. छात्रों को रिर्पोटिंग का समय दिया गया है. कहा कि अब तक उनके पास 180 छात्रों में से 162 छात्र बीटेक व 13 छात्र एमटेक में आ चुके है. छात्रों के रहने-खाने के लिए पूर्ण व्यवस्थायें की गई है.
2009 में प्रदेश को अपना एनआईटी संस्थान मिला. एनआईटी उत्तराखंड को पौड़ी गढ़वाल के सुमाड़ी में बनाया जाना था, लेकिन विषम परिस्थितियों के कारण जब तक सुमाड़ी में कैंपस का निर्माण न हो पायें तब तक श्रीनगर गढ़वाल में अस्थाई तौर पर कैंपस संचालित किये जाने का निर्णय लिया गया. तब से श्रीनगर गढ़वाल में ही अस्थाई कैंपस में एनआईटी उत्तराखंड का संचालन हो रहा है.