नैनीताल न्यूज़: हल्द्वानी में हादसों का दिन रहा. एक दिन में हुए चार हादसों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ लोग घायल हो गए. एक हादसे में ट्रक और पिकअप की टक्कर हुई वहीं दूसरी घटना में बाइक सवार ट्रक की चपेट में आ गया. वहीं कालाढूंगी और लालकुआं में भी हादसे हुए.
पुलिस के अनुसार मूल ओखलकांडा ब्लॉक के ग्राम गुरगड़ी और हाल नकुलिया बिठौरा सितारगंज निवासी दीपू भट्ट (32) पुत्र खीमानंद भट्ट बाइक से लामाचौड़ की ओर जा रहा था. कमलुवागांजा चौराहा के पास ओवरटेक करते समय दीपू ट्रक की चपेट में आ गया. उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवाया.
सूचना पर पहुंचे दीपू के पिता व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पिता खीमानंद भट्ट ने बताया कि दीपू सितारगंज तहसील में अर्जनवीस का काम करता था. वह दस्तावेज के काम से आए दिन हल्द्वानी आता रहता था. देर शाम तक उसकी मां व पत्नी को घटना के बाद में जानकारी नहीं दी गई. वहीं दूसरी घटना तड़के करीब छह बजे लामाचौड़ हनुमान मंदिर के पास हुई. यहां बाजपुर से बृज धारा कंपनी का दूध लेकर आ रहा पिकअप वाहन ट्रक में पीछे से जा घुसा. टक्कर इतनी जोरदार थी कि पिकअप वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. बाजपुर मुडियाकला निवासी चालक सुरेंद्र सिंह (45) को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया है. वहीं हेल्पर वीर सिंह (45) पुत्र नन्हे निवासी मिलक खानम स्वार रामपुर यूपी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
शव लेकर गांव चले गए परिजन सुबह सड़क हादसे में मृत वीर सिंह का शव देर शाम तक मोर्चरी नहीं पहुंचा तो पुलिस में हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि परिजन शव को लेकर गांव चले गए हैं. पूछताछ में पता चला कि हादसे के बाद परिजन वीर सिंह को उपचार के लिए पहले कालाढूंगी रोड स्थित निजी अस्पताल ले गए, यहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एसटीएच रेफर कर दिया गया. यहां से परिजन उसे एक अन्य निजी अस्पताल ले गए. वहां से बरेली के बड़े अस्पताल में ले जाने की बात कहकर घर चले गए. इसके बाद देर शाम शव को हल्द्वानी वापस लाया जा रहा था.
जाम से हांफे लोग
दोपहर लामाचौड़ में करीब एक बजे बाइक सवार की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई. ट्रक चालक मौके से फरार हो गया. ट्रक सड़क पर खड़ा होने की वजह से यहां लंबा जाम लग गया. तपती धूप में लोगों का सड़क पर बुरा हाल हो गया. बमुश्किल मुखाना थाना पुलिस ने जाम खुलवाया.
मौत से परिवार टूटा
दीपू के पिता खीमानंद भट्ट वर्तमान में किराने की दुकान चलाते हैं. वे सितारगंज स्थित चीनी मिल से सेवानिवृत्त हैं. दो बहनों व दो भाइयों में वह तीसरे नम्बर का था. दोनों बहनों की शादी हो चुकी है. दीपू की तीन साल पहले शादी हुई थी, अभी उसकी डेढ़ साल की बेटी है.