टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में यातायात हुआ ठप, लगातार हो रही हैं बारिश

Update: 2022-10-10 11:09 GMT

देवभूमि न्यूज़: जनपद चम्पावत में चार दिन से लगातार हो रही वर्षा से चम्पावत, लोहाघाट और मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में जनजीवन खासा प्रभावित हो गया है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने पूर्णागिरि मार्ग में मां पूर्णागिरि धाम को आ रहे श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगाई है। वही टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग तीसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारू नहीं हो पाया है। बेलखेत से चम्पावत तथा लोहाघाट से घाट के बीच विभिन्न स्थानों पर मलबा आने से हाईवे पूरी तरह बंद है। जिले की दर्जनों ग्रामीण सड़कें भी मलबा आने से बंद हैं। जिसके कारण पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र को आने जाने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों से दो-चार होना पड़ रहा है।एनएच सहित सभी ग्रामीण सड़कों को खोलने का काम जारी है, लेकिन लगातार हो रही वर्षा व्यवधान पैदा कर रही है।

जिला आपदा परिचालन केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से राष्ट्रीय राजमार्ग में बनलेख से ककराली गेट तक छोटे बड़े वाहनों के प्रवेश पर पूर्णत: रोक लगाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात राजस्व, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज आदि विभागों के कार्मिकों को अलर्ट रखा गया है। कहीं भी प्राकृतिक घटना होने पर तत्काल आपदा कंट्रोल रूम को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं। वर्षा का कहर सड़कों के अलावा विद्युत आपूर्ति पर भी टूटा है। तीन दर्जन से अधिक गांवों की विद्युत आपूर्ति पोल और तारों के टूटनेे से बाधित चल रही है। नेपाल सीमा से लगे गांवों में 48 घंटे से बिजली नहीं है।

लोहाघाट एवं चम्पावत के कई गांवों में भी बिजली आपूर्ति रविवार की देर रात से गुल हो गई है। जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में कई स्थानों पर पानी लबालब भर गया है। घरों में पानी घुसने से लोग काफी परेशान हैं। शारदा नदी का जलस्तर बढऩे के कारण बैराज में दूसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही बंद है। ग्राम आमबाग, ककरालीगेट, ज्ञानखेड़ा, बिचई, नायकगोठ, बस्तिया, उचौलीगोठ, गैंडाखाली, थवालखेड़ा, छीनीगोठ, आनंदपुर, चंदनी, बमनपुरी, देवीपुरा, पचपकरीया आदि ग्रामीण क्षेत्रों में जल जमाव से लोगों को आवाजाही करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बनबसा के धर्मशाला मार्ग पर सबसे अधिक जल भराव होने के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। हुडडी नदी और शारदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सिंचाई विभाग के जेई संजय सिंह ने बताया कि शारदा नदी का जल स्तर बढ़कर एक लाख 40 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। टनकपुर में किरोड़ा नाले का जल स्तर कम होने से ग्रामीणों की आवाजाही शुरू हो गई है। लेकिन पूर्णागिरि धाम के लिए आवाजाही पर रोक जारी है। समाचार लिखे जाने तक चम्पावत जिले भर में आंशिक से लेकर हल्की वर्षा का सिलसिला बदस्तूर जारी है।

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