चंपावत-पिथौरागढ़ राजमार्ग में भारी बारिश के कारण आवाजाही प्रभावित

Update: 2022-10-08 12:31 GMT

चंपावत न्यूज़: अलर्ट के चलते जहां मैदानी क्षेत्रों में बीते दिन अधिक बारिश नहीं रही, वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कई संपर्क मार्ग प्रभावित हो गए हैं। इनमें अधिक रास्तों को नुकसान चंपावत के टनकपुर-पिथौरागढ़ राजमार्ग को हुआ है। अलर्ट के चलते शुक्रवार को यूएस नगर को छोड़कर सभी जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए थे। लेकिन अलर्ट होने के बावजूद मैदानी जिलों मे अधिक बारिश देखने को नहीं मिली, वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश जारी है। इससे कई स्थानों पर पहाड़ियों से पत्थर और मलबा गिरने से रास्तों पर आवाजाही ठप हो गई है।

चंपावत में बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सूखीढांग से लेकर घाट तक कई स्थानों पर मलबा गिर रहा है, जिससे बार-बार आवागमन बाधित हो रहा है। सुबह नौ बजे तक एनएच पार वाहनों की आवाजाही सुचारू बनी हुई थी। जबकि एक राज्य मार्ग सहित सात सड़कें मलबा आने से बंद हैं।

आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार चंपावत में ककरालीगेट-ठूलीगाड़ मौराड़ी-शानी मंदिर, रीठा-मीनार, पुनावै-सिप्टी-न्याड़ी, मूलाकोट-कांडे-भूमियां, पटनगांव-कजीना-पुनौली और धौन-द्यूरी-बजौन सड़कें मलबा आने से बंद हैं। पोलों को नुकसान पहुंचने से सिमलखेत व चल्थी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। टनकपुर और बनबसा में भी वर्षा से जनजीवन पटरी से उतर गया है। कई जगह जलभराव हुआ है। शारदा नदी और हुड्डी नदी का जल स्तर पिछले दो दिन की अपेक्षा काफी बढ़ गया है। पिथौरागढ़ में भी जोरदार बारिश हो रही है। इससे टनकपुर-तवाघाट एनएच घाट के निकट दिल्ली बैंड के पास बंद हो गया। लगातार बारिश और पत्थर गिरने से मलबा हटाने में दिक्कतें आ रही हैं, जिसके चलते जेसीबी भी खड़ी है। बाहर से आए वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं।

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