रामनगर। रमेश हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार, हत्या को रमेश की पत्नी हेमा ने अपने प्रेमी के द्वारा अंजाम दिलया था। पुलिस ने हत्यारोपी पत्नी, उसके प्रेमी और घटना में शामिल रहे तीसरे अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रभारी निरीक्षक अरुण सैनी ने रविवार को बताया कि, गांव सावल्दे पूर्व निवासी रमेश चंद्र (49) पुत्र विशनराम का शव शनिवार सुबह ढेला नदी के किनारे से बरामद हुआ था। उसकी पत्थरों से कूचकर हत्या की गई थी। इस संबंध में रमेश की माता मानुली देवी ने तहरीर देकर अंदेशा जताया था कि उसे हत्या में रमेश की पत्नी हेमा व उसके प्रेमी दीपक उर्फ दीपू पर शक है। जिसके बाद हेमा और दीपक से सख्ती से पूछताछ की गई तो मामला खुलता चला गया।
प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, रोजाना की मारपीट से तंग आकर करीब 15 दिन पहले हेमा ने दीपक के साथ मिलकर पति रमेश की हत्या कर पीछा छुडाने की बात कही थी। हत्यारोपी दीपक ने पूछताछ में बताया कि उसके रमेश की पत्नी से करीब चार साल से संबंध थे। इसको लेकर रमेश मुझसे नाराज रहता था और उससे गालीगलौज करता रहता था। घर में भी पत्नी से मारपीट करता था।
करीब 15 दिन पहले वह गांव के एक व्यक्ति की अंत्येष्टि में शामिल होने शमशान घाट गूलरघट्टी गया था तो वहां रमेश ने उसे शमशान घाट में ही गालीगलौज कर बेइज्जत किया गया था। गांव वालों ने हम दोनों का बमुश्किल बीच-बचाव कराया था। उसी क्षण उसने रमेश को ठिकाने लगाने की योजना बना ली थी। इसके लिए उसने गांव के ही मजदूर दिगम्बर उर्फ डिगुवा पुत्र हरिराम निवासी लछमपुर ठेरी को रमेश की रैकी के लिए लगाया था।
इस बीच रमेश शराब पीने बासीटीला पहुंचा तो दिगंबर ने उसे फोन से इसकी सूचना दी। शराब के नशे में रमेश बासीटीला से रोखड़ में पहुंचा तो मैंने और दिगंबर ने उस पर डंडे और पत्थर से वार कर मौत के घाट उतार दिया था। बाद में नदी के रेत में खून से सने डंडे और पत्थर को दबा दिया था। हत्यारोपी दिगंबर के कब्जे से रमेश का मोबाइल बरामद किया गया। एसएसपी पंकज भट्ट ने घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को 5000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।