लोगों की जुबान पर चढ़ा पिथौरागढ़ की ओगला नमकीन का स्वाद, रोज हो रही 1 क्विंटल खपत
टनकपुर-तवाघाट एनएच में ओगला नामक कस्बा नमकीन के लिए प्रसिद्ध है. इस एनएच से गुजरने वाले यात्री ओगला की प्रसिद्ध नमकीन ले जाना नहीं भूलते हैं. कम मसालेदार और उच्च गुणवत्ता वाली ये नमकीन हर किसी के मन को खूब भाती है.
जनता से रिश्ता। टनकपुर-तवाघाट एनएच में ओगला नामक कस्बा नमकीन के लिए प्रसिद्ध है. इस एनएच से गुजरने वाले यात्री ओगला की प्रसिद्ध नमकीन ले जाना नहीं भूलते हैं. कम मसालेदार और उच्च गुणवत्ता वाली ये नमकीन हर किसी के मन को खूब भाती है. बीते दो दशकों से यहां दुकानदार नमकीन बेचकर अपनी आजीविका चला रहे हैं. वर्तमान में यहां पर चार दुकानदार नमकीन बनाते हैं, जो स्थानीय युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं.
टनकपुर-तवाघाट हाईवे में स्थित ओगला एक स्टेशन है. एनएच से सफर करने वालों के साथ ही डीडीहाट और भागीचौरा जाने वाले यात्री भी यहां से गुजरते हैं. यही नहीं ये यात्रियों का अहम पड़ाव भी है. यहां रुकने वाले यात्री चाय के साथ ही ओगला की प्रसिद्ध नमकीन का स्वाद जरूर लेते हैं. साथ ही यात्री नमकीन खरीदकर अपने घर को भी ले जाते हैं.
पिथौरागढ़ के ओगला की नमकीन.
पिछले 25 सालों से ओगला में नमकीन का कारोबार कर रहे कुंदन स्वीट्स एंड नमकीन के मालिक बताते हैं कि ओगला में नमकीन की भारी खपत हैं. यहां प्रतिदिन एक कुंतल से अधिक नमकीन बिकती है. इसके अलावा सीमांत के बाजारों में नमकीन की आपूर्ति होती है.
वहीं नमकीन विक्रेता बसंत अवस्थी बताते हैं कि ओगला की नमकीन पूरे कुमाऊं भर में प्रसिद्ध है. यहां रुकने वाले यात्री नमकीन जरूर खरीदते हैं. कम मसालेदार होने के कारण ये नमकीन बच्चों, जवानों और बुजुर्गों सभी को खूब भाती हैं.