नैनीताल न्यूज़: अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में वनंतरा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य के पिता और भाजपा नेता विनोद आर्य ने पहली बार सामने आकर अपनी बात रखी। कहा कि उनका बेटा पुलकित सीधा-साधा बालक है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस जांच टीम में पूरी मदद करेंगे। विनोद का कहना है कि उन्होंने और उनके बेटे अंकित ने निष्कासन से पहले ही अपना-अपना इस्तीफा पार्टी को सौंप दिया था, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके और जांच किसी भी तरह से प्रभावित न हो सके। अपने बेटे पुलकित का नाम हत्याकांड से जुड़े होने के सभी आरोपों को गलत ठहराते हुए विनोद ने कहा कि उनका बेटा सीधा-साधा बालक है और वो बस अपने काम से काम रखता है। उन्होंने कहा कि उनका रिजॉर्ट और फैक्ट्री पूरी तरीके से वैध है और कानून के दायरे के तहत ही बनाई गई है। इसको लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, जो गलत है।
अंकिता हत्याकांड में नाम आने के बाद भाजपा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। आपको बता दें कि अंकिता गंगाभोगपुर स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में रिस्पेशनिस्ट की नौकरी कर रही थी। बीते माह की 28 अगस्त से वह यहां पर काम कर रही थी, लेकिन 18 सिंतबर के बाद से वह रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई। जांच के बाद पुलिस ने पुलकित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। शनिवार को अंकिता का शव चीला पावर हाउस की शक्ति नहर से बरामद कर लिया था। एम्स ऋषिकेश में अंकित का पोस्टमार्टम आज हुआ। एम्स पहुंची यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट को भी ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। मालूम हो कि आक्रोशित ग्रामीणों ने चीला-हरिद्वार मार्ग पर अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपियों को ले जा रहे पुलिस वाहन को भी रोका था। पुलिस गाड़ी घेरने के बाद नाराज ग्रामीणों ने आरोपियों की पिटाई शुरू कर दी। लोगों में गुस्सा इस कदर दिखा कि उन्होंने वाहन पर ईंट-पत्थर तक बरसाने शुरू कर दिए थे। पुलिस के साथ भी ग्रामीणों की झड़प भी हुई थी। मामला बढ़ता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा था।
घटना के बाद से लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है। ऋषिकेश से करीब 14 किलोमीटर की दूरी गंगाभोगपुर चौक पर जमा भीड़ ने सड़क पर खड़े होकर वाहन रोक लिया। नाराज लोगों ने वाहन में सवार आरोपियों की पिटाई शुरू कर दी। ग्रामीण इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने वाहन पर भी हमला बोल दिया। सूचना पर एएसपी शेखर सुयाल पुलिसफोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और हल्काबल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा था। एएसपी शेखर सुयाल ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपियों को कोर्ट में ले जाया जा रहा था, लेकिन नाराज ग्रामीणों ने वाहन को रोककर पिटाई कर दी।