गोदियाल पर राज्य सहकारी बैंक के निदेशक ने लगाए गंभीर आरोप, गणेश-धनदा में वार-पलटवार का दौर जारी
उत्तराखंड में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल (Former PCC Chief Ganesh godiyal) और सरकार में मंत्री डॉ धन सिंह रावत (Cabinet minister Dr Dhan singh rawat) के बीच राजनीतिक लड़ाई अब व्यक्तिगत होती हुई दिखाई दे रही है
देहरादून: उत्तराखंड में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल (Former PCC Chief Ganesh godiyal) और सरकार में मंत्री डॉ धन सिंह रावत (Cabinet minister Dr Dhan singh rawat) के बीच राजनीतिक लड़ाई अब व्यक्तिगत होती हुई दिखाई दे रही है. एक तरफ धन सिंह रावत के करीबियों की तरफ से लगातार गणेश गोदियाल पर आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ गणेश गोदियाल सीधे धन सिंह रावत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा चुके हैं. खास बात यह है कि अब राज्य सहकारी बैंक के निदेशक की तरफ से थाना नेहरू कॉलोनी में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के खिलाफ तहरीर दी गई है.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की घेराबंदी के लिए डॉ धन सिंह रावत के विभागों से जुड़े लोग लगातार आगे आ रहे हैं. इस बार राज्य सहकारी बैंक के निदेशक मनोज पटवाल (State cooperative bank director manoj patwal) की तरफ से गणेश गोदियाल के खिलाफ थाना नेहरू कॉलोनी में एक शिकायती पत्र दिया गया है. वहीं, सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस पत्र में मनोज पटवाल के हवाले से लिखा गया है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल लगातार मंत्री धन सिंह रावत पर झूठे आरोप लगा रहे हैं और उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है.
साथ ही पत्र में लिखा गया है कि कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत की छवि को खराब करने के लिए उनकी तरफ से एक बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है. इन मामलों को देखते हुए गणेश गोदियाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए और उनके खिलाफ विधि अनुसार कानूनी कार्यवाही की जाए.
बता दें कि एक दिन पहले ही गणेश गोदियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मंत्री डॉ धन सिंह रावत पर कई मामलों में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. यही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने के बाद इन सभी मामलों पर सिटिंग जज की अध्यक्षता में एक एसआईटी जांच कराने की भी मांग की थी. जाहिर है कि अब जिस तरह से मामला आगे बढ़ रहा है, उससे यह लड़ाई अब राजनीतिक ना होकर व्यक्तिगत हो गई है.
ईटीवी भारत ने भी गणेश गोदियाल और धन सिंह रावत के बीच व्यक्तिगत होती लड़ाई को लेकर एक खबर प्रकाशित की थी. जिसमें इन दोनों के बीच की लड़ाई की वजह और राजनीतिक लड़ाई के व्यक्तिगत होने के कारणों को बताया गया था. गणेश गोदियाल यह कह चुके हैं कि उनके आरोपों का जवाब खुद धन सिंह रावत को सामने आकर देना चाहिए. उधर, धन सिंह रावत से जुड़े लोग पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल पर भी आरोप लगाते रहे हैं.