गन्ना किसानों ने सरकार के खिलाफ जताया रोष

Update: 2023-01-02 14:32 GMT

किच्छा: निकटवर्ती ग्राम आनंदपुर में हुई किसानों की बैठक में गन्ना किसानों ने गन्ने का भुगतान न होने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। किसानों ने गन्ने का भुगतान जल्द न होने की स्थिति में उत्तराखंड की चीनी मिलों को गन्ने की सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी।

यहां हुई बैठक में किसानों ने सरकार से गन्ने का मूल्य 400 रुपए प्रति कुंटल घोषित करने की मांग की। किसानों को संबोधित करते हुए पूर्व दर्जा राज्यमंत्री डॉ. गणेश उपाध्याय ने कहा कि चीनी मिल को प्रारंभ हुए दो महीने का समय बीत चुका है तथा उत्तराखंड में सरकारी एवं गैर सरकारी आठ चीनी मिलें चल रही हैं तथा चीनी मिलों में करीब एक करोड़ तीस लाख कुंतल गन्ने की पेराई हो चुकी है।

किसानों का 4 अरब 61 करोड़ 50 लाख का भुगतान चीनी मिलों पर बकाया है। भुगतान न होने से किसान परेशान हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री कहते हैं कि उत्तराखंड गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर हमारा उत्तराखंड सभी राज्यों में सबसे अव्वल प्रदेश बनेगा और भाजपा शासन में किसानों की आय दुगनी होगी, लेकिन धरातल पर स्थिति विपरीत नजर आ रही है और बढ़ती महंगाई के कारण किसानों की आय आधी से भी कम हो चुकी है।

डॉ. उपाध्याय ने कहा कि किच्छा चीनी मिल 12 लाख 50 हजार कुंतल गन्ने की पिराई कर चुकी है और वर्तमान में यहां किसानों का लगभग 44 करोड़ रुपए बकाया है जिससे साफ प्रतीत होता है कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीन बन चुकी है। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसानों के बकाया गन्ने का भुगतान जल्द नहीं किया गया तो उत्तराखंड की शुगर मिलों को गन्ने की सप्लाई बंद की जाएगी।

इस मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह, नारायणपुर सोसायटी अध्यक्ष रामप्रवेश राय, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन के जिला उपाध्यक्ष उमेंद्र नाथ तिवारी, महिपाल सिंह बोरा, मुन्ना लाल गुप्ता, सरदार बहादुर सिंह, शिवजी गुप्ता, संतोष सिंह, नारायण कुमार आदि मौजूद रहे।

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