Uttarkashi उत्तरकाशी: यहां कथित तौर पर सरकारी जमीन पर बनी मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर हिंदू संगठन के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना के सिलसिले में 200 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। उत्तरकाशी कोतवाली एसएचओ अमरजीत सिंह के अनुसार, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर में आठ लोगों के नाम हैं।
धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू है। गुरुवार को, संयुक्त हिंदू संगठन द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में सात पुलिसकर्मियों सहित 27 लोग घायल हो गए। संगठन ने बाराहाट क्षेत्र में एक मस्जिद को गिराने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि यह सरकारी जमीन पर बनी है।
प्रदर्शनकारी गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरने पर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे, लेकिन जब उन्होंने बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और बाद में लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हो गए। एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती के अलावा कस्बे में फ्लैग मार्च भी किया गया।
जिला मजिस्ट्रेट मेहरबान सिंह बिष्ट और एसपी ने जिले का दौरा किया और संबंधित अधिकारियों से व्यवस्था बनाए रखने को कहा। संगठन द्वारा बंद के आह्वान पर बाजार बंद रहे। एसपी ने बताया कि संगठन के कुछ रैलीकारियों ने उस समय पथराव शुरू कर दिया, जब पुलिस ने उन्हें रैली के लिए तय रास्ते से अलग रास्ता अपनाने से रोका। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। गुरुवार की घटना में 27 लोग घायल हुए श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार की घटना में आठ पुलिसकर्मियों समेत 27 लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बाड़ाहाट क्षेत्र में बनी मस्जिद सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण है।
हालांकि जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मस्जिद पुरानी है और मुस्लिम समुदाय के लोगों की जमीन पर बनी है। उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय ने नोटिस जारी कर इस बात को स्पष्ट किया है, जिसमें भटवाड़ी के उपजिलाधिकारी मुकेश चंद रमोला की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। इस बीच, भाकपा जिला परिषद के पदाधिकारियों ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजकर उत्तरकाशी के साथ ही राज्य के अन्य जिलों में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयासों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तरकाशी में हिंदू संगठनों द्वारा एक समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत का माहौल बनाने की कोशिश की गई और उत्तराखंड के अन्य जिलों में भी इसी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। देहरादून में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि वह ऐसी घटनाओं से चिंतित हैं। पत्रकारों से बात करते हुए रावत ने कहा कि इस मामले को कानूनी रूप से सही तरीके से निपटाया जाना चाहिए।