नैनीताल के जिला अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन छह महीने से बंद
नैनीताल जिला अस्पताल
नैनीताल: नैनीताल जिला अस्पताल में छह माह से दूरबीन से होने वाले पत्थरी के ऑपरेशन बंद हैं। अस्पताल के सर्जरी विभाग में लगी लेप्रोस्कोपी मशीन खराब है। सबसे चौकाने वाली यह है कि अस्पताल प्रबंधन भी नहीं चाहता कि मशीन ठीक हो। इसलिए मशीन ठीक करवाने को आज तक इंजीनियर तक नहीं बुलाया गया। परेशान मरीज ऑपरेशन करवाने को हल्द्वानी जा रहे हैं। बीडी पांडे अस्पताल की व्यवस्थाएं पटरी से उतरी नजर आ रही है। अस्पताल में दूरबीन से होने वाले ऑपरेशन छह माह से बंद हैं। विभाग में लगी लेप्रोस्कोपी मशीन में तकनीकि खराबी आ गई है। सर्जरी विभाग के डॉक्टर ने कई बार अस्पताल प्रबंधन को बताया। पर इसके बावजूद कंपनी से जुड़े इंजीनियर को मशीन ठीक करने नहीं बुलाया जा रहा। ऐसे में पत्थरी समेत अन्य प्रकार के ऑपरेशन कराने मरीजों को हल्द्वानी जाना पड़ रहा है। इस छोटी मशीन को ठीक कराने को स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर देखा जा रहा है। जबकि अस्पताल के पास यूजर चार्ज की मद में ही काफी पैसा आता है। पीएमएस डॉ. तरुण कुमार टम्टा ने बताया कि मशीन में कार्बनडाक्सर इंसब्लेडर खराब पाया गया है। मशीन ठीक कराई जाएगी।
निशुल्क इलाज के 60 हजार खर्च रहे मरीज: पर्वतीय इलाकों में पत्थरी एक सामान्य बीमारी बन चुकी है। पत्थरी के ऑपरेशन कराने को लोग दूरबीन विधि का इस्तेमाल करवाना अधिक पसंद करते हैं। आयुष्मान कार्ड से यह ऑपरेशन सस्ते होता है। पर नैनीताल के लोगों को हल्द्वानी जाकर 50-60 हजार खर्च करने पड़ रहे हैं। अस्पताल में हर माह करीब आठ से दस सर्जरी पत्थरी से जुड़ी होती है।