शन बानो ने हिंदू धर्म अपनाया, बनीं रोशनी

Update: 2023-02-20 11:22 GMT

रानीखेत: गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय में नर्सिंग अधिकारी रोशन बानो ने हिंदू धर्म अपना लिया है। उनकी पहचान अब रोशनी के नाम से हो गई हैं। धर्म परिवर्तन का कारण उन्होंने परिजनों का उत्पीड़न और अत्याचार बताया है।

मूल रूप से अल्मोड़ा के टम्टा मोहल्ला निवासी रोशनी ने राजकीय चिकित्सालय में वर्ष 2017 में कार्य शुरू किया था। वर्ष 2012 में बरेली से नर्सिंग कोर्स कर चुकीं रोशनी को हवालबाग में पहली तैनाती मिली थी। रोशनी का कहना है कि, उन्होंने घर की बड़ी बेटी होने के नाते भाई को बी.एड. और बहन को नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश दिलाया। बात तब बिगड़ी जब रोशनी ने बैंक ऋण लेकर मकान खरीदा।

लेकिन भाई मकान को अपने नाम कराने के‌ लिए आए दिन मारपीट करने लगा। आरोप है कि मारपीट में पिता बशीर अहमद‌ भी भाई का साथ देने लगे। पिता भी जब मार डालने की धमकी देने लगे तो उन्होंने पुलिस में तहरीर दी, जिस पर पिता ने माफीनामा लिखकर दिया।

वह रानीखेत में किराए के‌ घर में रहने लगीं तो परिजन यहां आकर‌ भी मारपीट करने लगे। यहां रानीखेत पुलिस और प्रशासन ने उन्हें पूरा सहयोग और संरक्षण दिया, जिस पर उन्होंने हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय ले लिया। उन्होंने निर्णय लिया की मैं मरना पसंद करूंगी लेकिन अब हिंदू धर्म से वापसी नहीं करूंगी। रोशनी के अनुसार, उन्होंने बीते दिसंबर माह में उप जिलाधिकारी हल्द्वानी को इस बाबत सूचित किया। अनुमति मिलने पर आर्य समाज मंदिर में हिंदू धर्म अपना लिया।

समिति ने दी तहरीर लगाए आरोप: इस मामले में अंजुमन सेवा समिति के पूर्व सचिव हाजी नूर अकरम खान ने अल्मोड़ा कोतवाली को तहरीर देकर उचित कार्रवाई की मांग की है। तहरीर में आरोप लगाया कि रोशन ने मुस्लिम समुदाय की महिलाओं व युवतियों के लिए गलत बयानबाजी की है, जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं हैं। रोशन ने मुस्लिम धर्म को अपमानित करने की नीयत से ऐसा किया है। पारिवारिक विवाद को मुस्लिम धर्म के खिलाफ गलत आरोप लगाकर पेश किया गया है।

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