नैनीताल न्यूज़: उत्तराखंड में घर का नक्शा पास कराने के लिए स्व प्रमाणन(सेल्फ सर्टिफिकेशन) प्रणाली लागू हो गई है. आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस प्रणाली से मंजूर पहला नक्शा संबंधित आवेदक को सौंपा.
विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में अग्रवाल ने एमडीडीए डालनवाला में घर बनाने की तैयारी कर रही मुक्ता जोशी को पहला नक्शा प्रदान किया. अग्रवाल ने कहा कि अब आवेदकों को विकास प्राधिकरण जाने की जरूरत नहीं है. स्वीकृत लेआउट पर आवासीय श्रेणी का नक्शा आर्किटेक्ट के स्तर से ही मंजूर हो जाएगा.
उन्होंने मुक्ता जोशी का उदाहरण देते हुए बताया कि महज तीन दिन में उनका नक्शा मंजूर किया गया, इसमें भी तीन दिन का समय आर्किटेक्ट के डिजिटल साइन न होने के कारण लगा, साथ ही प्राधिकरण को मात्र 44 हजार का शुल्क चुकाना पड़ा. इस मौके पर संयुक्त मुख्य प्रशासक पीसी दुम्का ने बताया कि इस प्रक्रिया में पंजीकृत आर्किटेक्ट ऑनलाइन साफ्टवेयर के माध्यम से तय बिल्डिंग बायलॉज के अनुसार आवेदन करेगा, प्राधिकरण में सिर्फ ऑनलाइन फीस जमा होगी.
अफसरों की एसीआर लिखने का अधिकार दिए जाने के सवाल पर प्रेमचंद ने कहा कि कुछ अधिकारी बहुत अच्छा काम करते हैं. लेकिन कुछ को निश्चित तौर पर काम में सुधार की आवश्यकता है. एसीआर पर निर्णय अब सीएम के स्तर से होना है.