एसडीएम अनिल चन्याल सकुशल चम्पावत लौटे

Update: 2022-09-14 13:20 GMT

चम्पावत: एसडीएम सदर अनिल चन्याल वापस लौट आए हैं। मंगलवार को वे पूल्ड आवास स्थित अपने कमरे में पहुंचे। उन्होंने बताया कि वे अपने स्वास्थ्य की जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़ गए थे। भूलवश अपना व्यक्तिगत मोबाइल यहीं भूल गए जिसके चलते उनके लापता होने की गलतफहमी पैदा हो गई। तीसरे दिन एडीएम चन्याल के वापस लौटने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है। एसडीएम चन्याल ने बताया कि उनके गले में इंफेक्शन हो गया है। दर्द होने के कारण दिखाने के लिए पीजीआई में बुधवार का एपॉयमेंट लिया था। उन्होंने 15 दिन का उपार्जित अवकाश का प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन अवकाश स्वीकृत न होने के कारण उन्हें अचानक जाना पड़ा। उन्होंने बताया कि वे सोमवार की सुबह वे यहां से प्राईवेट टैक्सी से टनकपुर गए और वहां से वोल्वो बस से चंडीगढ़ गए। बातचीत में उन्होंने बताया कि काफी दूर चंढीगढ़ जाना था इसलिए निजी वाहन ले जाना संभव नहीं था।

निजी कार्य के लिए सरकारी वाहन का उपयोग नहीं कर सकता था। इसलिए टैक्सी वाहन से चला गया। कहा कि जाते समय वह अपना पर्सनल मोबाइल भूल गये जिसकी वजह से उस दिन न तो उच्चाधिकारियों से सपंर्क कर पाया और न ही किसी के संपर्क में आ पाया। जिसकी वजह से गलत फहमी हो गई और इंटरनेट मीडिया तथा मेन स्ट्रीम मीडिया में उनके लापता होने की खबरें चलीं। एसडीएम ने बताया कि सिम उनकी जेब में था और उन्होंने नया फोन खरीदा। जैसे ही मोबाइल चालू हुआ पुलिस का फोन आ गया। बुधवार की सुबह 10 बजे करीब एसडीएम अनिल चन्याल के चम्पावत पहुंचते ही प्रशासन ने राहत की सांस ली। बीते सोमवार की सुबह एसडीएम अपने पूल्ड आवास स्थित कमरे में नहीं मिले तो विभागीय कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कमरे में उनके द्वारा सरकारी फोन आपदा विभाग में जमा करवा देने का लिखा गया पत्र मिलने पर कई प्रकार की आशंकाएं उत्पन्न हो गईं। उसी दिन डीएम की जिला सभागार में आयोजित बैठक में भी वे शामिल नहीं हुए। उनका पर्सनल मोबाइल भी बंद चल रहा था। जिसके कारण अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। दोपहर तक उनका कहीं सुराग नहीं लगा तो उनके कार्यालय में तैनात होम गार्ड ने कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने चार टीमें बनाकर खोजबीन शुरू कर दी। मंगलवार को एसडीएम ने खुद जिलाधिकारी को फोन कर अपनी लोकेशन की जानकारी दी। जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। उनकी लोकेशन शिमला में बताई गई लेकिन इसकी पुष्टि प्रशासन ने नहीं की। अब अनिल चन्याल के सकुशल जिला मुख्यालय पहुंचते ही पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप हो गया। एसडीएम को लेने के लिए सोमवार को चम्पावत से एसएसआइ देवेन्द्र नाथ गोस्वामी व पटवारी अमित गए थे, जो उन्हें हरिद्वार से अपने साथ चम्पावत लाए।

फेसबुक में मन की शांति के लिए अपडेट की थी पोस्ट: एसडीएम सदर अनिल चन्याल ने नौ सितंबर को अपनी फेसबुक वॉल पर ट्रेकिंग एंड लांग ड्राइव इस आलसो पीस ऑफ माइंड से पोस्ट अपडेट की थी। जिससे उनके लापता होने के बाद लोग तरह-तरह की अटकलें लगाने लगे थे।

Tags:    

Similar News

-->