नैनीताल न्यूज़: अफसरों की नाक के नीचे मल्लीताल क्षेत्र स्थित अयारपाटा वार्ड के धामपुर बैंड क्षेत्र में निजी भूमि पर आधा दर्जन हरे पेड़ काट दिए गए. इसमें बांज, तिलौज समेत अन्य संरक्षित प्रजातियां के पेड़ शामिल थे. अब वन विभाग दो लाख का जुर्माना लगाने की बात कहकर मामले को दबाने में जुट गया.
जानकारी के अनुसार धामपुर बैंड क्षेत्र में सार्थक सभरवाल की निजी भूमि है. इस पर संरक्षित प्रजाति के बांज व तिलौज के पेड़ लगे हैं, लेकिन यहां लगे दोनों प्रजातियों के छह हरे पेड़ काट दिए गए. लोगों की सूचना के बाद वार्ड के सभासद मनोज साह जगाती ने मौका मुआयना कर इसकी जानकारी वन विभाग को दी. उन्होंने आरोप लगाया कि पेड़ों को काटने का यह खेल वन विभाग के उच्चाधिकारियों की सहमति से ही हुआ है. सूचना के बाद बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जिसमें बांज, तिलौज समेत अन्य संरक्षित प्रजातियों के छह पेड़ काटे जाने की पुष्टि हुई है. जिस पर भू-स्वामी सार्थक सभरवाल के खिलाफ दो लाख की चालानी कार्रवाई की है.
तो इलेक्ट्रिक आरी से काटे गए पेड़ पेड़ काटे जाने तथा बिजली का मीटर एक पेड़ पर लगे होने की सूचना के बाद बिजली विभाग की टीम ने भी मौके का दौरा किया. इस दौरान पता चला कि संबंधित क्षेत्र में आरियां चलाने के लिए बिजली का प्रयोग नहीं किया गया है. हालांकि लोगों का मानना है कि यह पेड़ इलेक्ट्रिक आरी से काटे गए हैं. बिजली विभाग के एसडीओ प्रियंक पांडे ने बताया कि मीटर में आउटपुट नहीं है. साथ ही केबिल में भी किसी तरह का कट नहीं है. संभावना जताई जा रही है, कि बैटरी चलित उपकरण प्रयोग किए गए होंगे. हालांकि कनेक्शन से संबंधित अन्य पड़ताल की जा रही है.
वन विभाग ने जुर्माना लगाकर छोड़ा यहां बीते वर्ष भी हरे पेड़ काटे जाने का मामला सामने आया था. आधा दर्जन हरे सुरई के पेड़ों को छीलकर सुखाने का प्रयास किया गया था. जिसमें विभाग की ओर से भू-स्वामी के विरुद्ध एक लाख की चालानी कार्रवाई की गई थी. इधर चालान के बावजूद दोबारा हरे पेड़ों को काटे जाने से विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.