रुद्रपुर: - उधम सिंह नगर जिले के जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त की अध्यक्षता में स्कूल प्रबन्धन और अभिभावकों के साथ बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में हुई। बैठक में जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने कहा कि बसों के माध्यम से विद्यार्थियों को सुरक्षित लाना व ले जाना स्कूल प्रबन्धन एवं संचालकों का दायित्व है।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी प्रबन्धक एवं संचालक सीबीएसई द्वारा जारी गाइड लाइन को भलि भांति समझ लें। उन्होंने सुरक्षात्मक दृष्टि से निर्देशित करते हुए कहा कि जिन वाहनों की अभी तक फिटनेस नहीं हुई है, एक सप्ताह के भीतर फिटनेस कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बसों के ड्राईवर, कंडक्टर सहित सभी स्टॉफ का पुलिस सत्यापन जरूर कराया जाए। कहा कि बस ओवर लोडिंग नहीं होनी चाहिए। डीएम ने विगत दिवस हुई गैस रिसाव की दुर्घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि छोटी से छोटी लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है, इसलिए सभी प्रबन्धन एवं संचालक गाइड लाइन का शत-प्रतिशत अनुपालन करना सुनिश्चित करें।
डीएम ने सड़क सुरक्षा नियमों, मोटर वाहन अधिनियमों के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए वृहद्ध अभियान चलाने के निर्देश पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिये। बैठक में एआरटीओ बीके सिंह ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा स्कूल बसों को लेकर जारी की गई नई गाइडलाइन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि बस का रंग पीला होना चाहिए।
आगे-पीछे स्कूल बस लिखा हो, किसी एजेंसी से बस अनुबंध पर ली है तो उस पर ऑन स्कूल ड्यूटी लिखा होना चाहिए, बसों में फर्स्ट एड बॉक्स होना चाहिए, जिसमें दवाईयां एक्सपायरी डेट की न हों, स्पीड गर्वनर, खिड़कियों में होरिजोंटल ग्रिल (क्षैतिज ग्रिल) जाली लगी हो, आग बुझाने के उपकरण, स्कूल का नाम और फोन नंबर लिखा हो, बस में सीट के नीचे बैग रखने की व्यवस्था होनी चाहिए। बस ड्राइवर को कम से कम 5 साल हैवी व्हीकल चलाने का अनुभव होना चाहिए।