देवभूमि उत्तराखंड न्यूज़: ऋषिकेश: ऋषिकेश में चार दिनों के सुपर वीकेंड में पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए। इस दौरान यहां 11 लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचे। सड़कों से लेकर बाजारों तक, कहीं भी पैर रखने तक की जगह नहीं थी। वीकेंड से पहले प्रशासन ने पर्यटकों की भीड़ संभालने के तमाम दावे किए थे, लेकिन रिकॉर्ड भीड़ के आगे ट्रैफिक व्यवस्था ने भी घुटने टेक दिए। नीलकंठ मोटर मार्ग पर वाहनों की कतार लगी रही। नेपाली फॉर्म से लेकर ब्यासी तक के सफर में मिनटों की बजाय घंटो लगे। चिलचिलाती गर्मी में पर्यटक घंटों जाम में फंसे रहे। रविवार सुबह से पर्यटकों के वाहनों का रेला ऋषिकेश हाईवे पर उमड़ पड़ा। श्यामपुर चौकी से बाहरी राज्यों के वाहनों को बाइपास पर डायवर्ट कर दिया गया, लेकिन राहत नहीं मिली। ढालवाला तक ही पहुंचने में वाहनों को एक घंटे का समय लग गया। ढालवाला से वाहनों को सीधे भद्रकाली की ओर भेज दिया गया। वहीं शिवपुरी, ब्यासी, कौड़ियाला जाने वाले वाहनों को तपोवन बाइपास से निकाला गया। तपोवन, शिवपुरी, ब्यासी, स्वर्गाश्रम क्षेत्र और हेंवल घाटी में धर्मशालाएं, होटल और जंगल कैंप पूरी तरह पैक्ड रहे।
बढ़ती भीड़ और सुरक्षा कारणों के चलते लोनिवि नरेंद्रनगर ने लक्ष्मणझूला पुल को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। पुल पर आवाजाही बंद होने से पर्यटकों को 10 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। लक्ष्मण झूला पुल बंद होने से राम झूला और जानकी झूला पुल पर पर्यटकों का दबाव बढ़ गया है। राफ्टिंग को लेकर भी पर्यटकों में खूब उत्साह दिखा। बृहस्पतिवार से लेकर रविवार तक 96 हजार पर्यटकों ने राफ्टिंग का लुत्फ उठाया। पर्यटकों ने शिवपुरी, ब्रह्मपुरी, क्लब हाउस, मरीन ड्राइव आदि स्थानों से राफ्टिंग की। पर्यटकों की जबरदस्त आमद से होटल और कैंप संचालकों के चेहरे खिले हुए हैं। होटल और कैंप संचालकों को उम्मीद है कि अगला वीकेंड भी पर्यटन की दृष्टि से बेहद शानदार होगा। पर्यटकों की बढ़ती आमद आर्थिकी के लिहाज से सुखद संकेत है, लेकिन पर्यटकों की सुविधा का भी ध्यान रखना होगा। बीते दिन ऋषिकेश में एंट्री करने और वापसी के दौरान पर्यटकों का जबरदस्त जाम से सामना हुआ। देर शाम तक जाम खुलवाने और वाहनों का आवागमन सुचारू करने के लिए पुलिसकर्मी सड़क पर पसीना बहाते रहे।कुल मिलाकर कहें तो ऋषिकेश जाने से पहले Rishikesh Hotel Booking जरूर देख लें।