देहरादून न्यूज़: नगर निगम दफ्तर के पास नहर से प्रशासनिक और पुलिस अफसरों की नाक के नीचे से हर दिन हजारों रुपये की मिट्टी चोरी कर गायब कर दी जा रही है. बीते 58 दिनों में अगर बात करें तो एक अनुमान के अनुसार 16.24 लाख रुपये की मिट्टी नहर से निकल ली गई और अफसरों को इसकी भनक तक नहीं.
यह मिट्टी कहां गई. पूछे जाने पर हर अफसर अपने से पल्ला झाड़ कर दूसरे पर डाल रहा है. लोगों की माने तो यह सब बगैर अफसरों की जानकारी के बिना संभव नहीं है. मल्ला गोरखपुर में सिंचाई विभाग नहर कवरिंग का काम करा रहा है. जिससे नहर की खुदाई में हर दिन करीब 6 से 7 डंपर मिट्टी निकल रही है. नियम के मुताबिक इस मिट्टी को सिंचाई विभाग की अनुमति से निकालकर एक निश्चित स्थान पर डाला जाना चाहिए.
भाजपा के लोगों की शह पर हो रहा खनन सुमित
विधायक सुमित हृदयेश ने भाजपा पर नहर कवरिंग के नाम पर अवैध खनन कारोबार को शह देने का आरोप लगाया है. कहा कि पूरे प्रदेश के साथ-साथ हल्द्वानी में भी भ्रष्टाचार हावी हो चुका है. मीडिया को जारी बयान में हल्द्वानी विधायक ने कहा कि भाजपा के लोगों का संरक्षण पाकर लगातार अवैध खनन कराया जा रहा है. भी एक ट्रॉली पकड़ी गई. जिसमें सुबह पांच बजे से अवैध तौर पर पत्थर डाले जा रहे थे. हर रोज देर रात और सुबह लगातार अवैध खनन की ये व्यवस्था बनी हुई हैं. विधायक ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि नहर कवरिंग के नाम पर जो लूट मची है, उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
मिट्टी ले जाने के लिए लिखित अनुमति जरूरी है. पिछले दो माह से विभाग से मिट्टी उठाने की कोई भी अनुमति नहीं ली गई. प्रशासन को मिट्टी ले जाते वाहन पर आवश्यक कार्रवाई करने को पत्र भेजा गया है. - केएस बिष्ट, ईई सिंचाई विभाग.
पुलिस को मिट्टी ले जाने वाली ट्रॉली को सीज करने के आदेश दिए गए हैं. सिंचाई विभाग के अफसरों क्षेत्र किए जा रहे कार्य का लगातार निरीक्षण करने व मिट्टी चोरी पर अंकुश लगाने को कहा गया है.
-ऋचा सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी.
मुख्यमंत्री कर चुके हैं कवरिंग का निरीक्षण
मल्ला गोरखपुर में सिंचाई नहर कवरिेंग का निरीक्षण सीएम से लेकर मंडलायुक्त तक कर चुके हैं. निरीक्षण के दौरान प्रशासन के साथ ही जिम्मेदार विभागों को लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा. यही वजह है कि मिट्टी गायब कर दी जा रही है. अब कोई अफसर देखने भी नहीं जा रहा.
सिंचाई विभाग की अनुमति है जरूरी
सिंचाई विभाग के अफसरों के मुताबिक सिंचाई नहर से निकाली जाने वाली मिट्टी को निर्माण एजेंसी को नगर निगम के द्वारा निर्धारित एफटीआई के निकट एक मैदान में डाला जाना है. इसके लिए विभाग से अनुमति ली जानी आवश्यक है, लेकिन पिछले दो महीने से ऐसी कोई अनुमति नहीं ली गई है. जबकि मिट्टी को हररोज निकाला जा रहा है.
हर दिन गायब कर दी जा रही नहर की मिट्टी
हर दिन सुबह-रात में मिट्टी को चोरी से निकाल कर गायब कर दिया जा रहा है. अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो एक डंपर मिट्टी का भाव चार हजार रुपये है. ऐसे में प्रतिदिन 28 हजार रुपये की मिट्टी गायब की जा रही है. ऐसा लगातार 58 दिनों से हो रहा है. जबकि 200 मीटर के दायर में सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, नगर आयुक्त, कोतवाली आदि दफ्तर हैं.
मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. नहर कवरिंग की मॉनिटरिंग का काम नगर निगम का नहीं है. मॉनिटरिंग एजेंसी ने नगर निगम से केवल मलबा डंप करने को भूमि मांगी थी, जो हमने उन्हें एफटीआई के पास उपलब्ध कराई है. - पंकज उपाध्याय, नगर आयुक्त, नगर निगम हल्द्वानी.
सुबह लोगों ने पकड़ी ट्रॉली
नहर से सुबह तड़के एक ट्रैक्टर-ट्रॉली से मिट्टी ले जाई जा रही था. आसपास के लोगों ने देखा तो ट्रॉली को पकड़ लिया. पुलिस को बुलाकर ट्रॉली सौंप दी. लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसएसआई विजय मेहता ने बताया कि ट्रॉली को जब्त कर कोतवाली लाया गया है. जिसकी रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी गई है. वहीं फरवरी में भी एक डंपर पकड़ा गया था.