देहरादून न्यूज़: कोरोना काल के दौरान एसटीएच में रखे गए 65 स्वास्थ्य कर्मियों का कांट्रेक्ट खत्म हो गया. अनुबंध खत्म होने के बाद उन्हें काम पर आने से मना कर दिया है. कंट्रेक्ट रिन्यू करने की मांग पर कार्रवाई न होने से कर्मियों में गुस्सा है. ऐसे में बाहर किए गए स्वास्थ्य कर्मियों ने एसटीएच परिसर में प्रदर्शन किया.
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने स्वयं व अपने परिवार को खतरे में डाल कर मरीजों की सेवा की. इसके लिए सरकार ने उन्हें पुरस्कृत करना चाहिए था. लेकिन तोहफे देने के बजाए काम से ही निकाल दिया गया है. उन्होंने सीएम पुष्कर धामी से मांग पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. यहां आकाश रावत, विनोद पांडे, भरत अधिकारी, योगेश बिष्ट, संजय पांडे, कैलाश, राहुल आर्या, महेश, आरती राणा, मनीषा, संध्या आदि शामिल रहे.
कैसे दूंगा बेटे की फीस पत्नी भी बीमार है’
ओखलकांडा के पदमपुर गांव के निवासी रघुवर दत्त एसटीएच में कांट्रेक्ट पर नौकरी कर रहे थे. बताया कोरोना काल में वार्ड ब्वाय का काम किया. बेटा हल्द्वानी में पढ़ रहा है. पत्नी को हार्ट की बीमारी है, उधार लेकर इलाज करा रहा हूं. अब बच्चे की पढ़ाई व पत्नी के इलाज का संकट आ गया है.
‘ससुरालियों की मदद से चल रही है जिंदगी’
रामपुर रोड निवासी राधा नेगी के पति का देहांत हो चुका है. एक बेटी है जो कक्षा 4 में पढ़ती है. कोरोना काल में वार्ड अटेंडेंट की कांट्रेक्टर की नौकरी मिली. लोग कोरोना से डर रहे थे पर हम लोगों ने खुद को दांव पर लगाया. कहती हैं कि ससुराली मददगार हैं इसलिए जिंदगी चल रही है.