हल्द्वानी, सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जल्दी जांच कराने का झांसा देकर निजी लैब में ले जाने वाले एक एजेंट को अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ लिया। एजेंट के पास से निजी लैब के दर्जनों फार्म भी बरामद हुए हैं। प्राचार्य को लिखित में माफीनाम देने के बाद उसे सख्त हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
मालूम हो कि एसटीएच में लंबे समय से शहर के निजी लैबों के एजेंट जांच के नाम पर मरीजों की जेब में डाका डाल रहे हैं। इनकी धरपकड़ के लिए अस्पताल प्रशासन लगातार जुटा हुआ है। बुधवार को अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों को ओर्थो विभाग की ओपीडी के बाहर एक युवक संदिग्ध नजर आया। युवक एक मरीज को जांच के लिए पीछे के रास्ते बाहर ले जा रहा था। जिसे सुरक्षा कर्मियों ने मौके पर ही दबोच लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से शहर की एक निजी लैब के दर्जनों फार्म बरामद हुए। युवक ने खुद को लैब का एजेंट बताया।
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डा. अरुण जोशी ने एजेंट को कड़ी फटकार लगाते हुए दोबारा पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। एजेंट ने प्राचार्य को लिखित में माफीनाम लिखकर दिया और दोबारा अस्पताल में न दिखाई देने की बात कही। इस पर उसे छोड़ दिया गया। अस्पताल में निजी लैब एजेंट के पकड़े जाने से अन्य लैब के एजेंटों में हड़कंप मच गया है।
अमृत विचार।