पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर को किया गिरफ़्तार, अब तक 11 लोगों की कच्ची शराब से गई जान

Update: 2022-09-12 07:50 GMT

सिटी क्राइम न्यूज़: गांव में ही बिना डिग्री के डॉक्टर बने बिजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि वह झोलाछाप डॉक्टर है और उसके पास और फूलगढ़ गांव में अपनी दुकान चलाता है। उसके पास मेडिकल से संबंधित दस्तावेज नहीं है। पूछताछ में पता चला है कि बिजेंद्र ने खुद पीने के लिए कच्ची शराब बनानी सीखी थी। लेकिन, पत्नी के चुनाव लड़ने की योजना बनाने के बाद उसने छह माह पहले मतदाताओं को बांटने के लिए कच्ची शराब तैयार की। इससे क्षेत्र में 11 लोगों मौत हो गई। इससे घबराकर अरोपी बिजेंद्र ने 40 लीटर की एक कैन में शराब भरने के बाद उसे खेत में गड्ढा खोदकर दबा दिया। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर खेत में ले गई। लेकिन, खेत कई बीघे में होने के कारण वह भूल गया कि उसने शराब कहां दबाई थी। इस पर पुलिस ने जेसीबी मंगाकर पूरा खेत खोदवाया। जहां पुलिस को 35 लीटर शराब गहरे गड्ढे से मिली।

एसपी देहात परमेंद्र डोबाल ने बताया कि शराब पीने से ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ने के बाद बिजेंद्र ने घर में छिपाई गई कच्ची शराब बाथरूम में बहा दी थी। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने खेत में गैस की भट्ठी लगाकर गुड़ से कच्ची शराब तैयार की थी। बता दें कि शराब कांड के बाद सस्पेंड पथरी थाने के निवर्तमान थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने मामले को पर्दाफाश करने में अहम भूमिका निभाई है। संदेह के दायरे में आने वाले प्रत्याशियों में से कच्ची शराब पिलाने वाले आरोपी की तलाश करने में भी रविंद्र कुमार का अहम रोल रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत और एसपी देहात परमेंद्र डोबाल ने उपनिरीक्षक रविंद्र कुमार के कार्य की सराहना की है। पुलिस टीम में लक्सर कोतवाल यशपाल बिष्ट, फेरुपुर चौकी प्रभारी वीरेंद्र नेगी, उपनिरीक्षक देवेंद्र तोमर, महिला उपनिरीक्षक भागीरथी भंडारी, कांस्टेबल सुखविंद्र, सुशील, राकेश नेगी और एसओजी रुड़की की टीम शामिल रही।


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