रुद्रपुर। थाना केलाखेड़ा के दो युवकों को साउथ कोरिया वर्क वीजा बनाने के नाम पर कबूतरबाजों ने पहले अपने जाल में फंसाया और उसके बाद लाखों रुपये ऐंठने के बाद धमकियां देनी शुरू कर दी। मुश्किल से विदेश से लौटने के बाद पीड़ित युवकों ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। मगर दर-दर की ठोकरें खाने के बाद भी उनके शिकायती पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार ग्राम बरवाला थाना केलाखेड़ा मंगत सिंह और परमजीत सिंह ने बताया कि उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई थी। जिसने उन्हें साऊथ कोरिया के वर्क वीजा दो साल के लिए बनवाने का आश्वासन दिया और दोनों को इसका खर्च 24 लाख रुपये बताया।
फरवरी माह 2023 में दस्तावेजों के साथ डेढ़-डेढ़ लाख रुपये नगद दिए। इसके बाद अचानक बताया कि साऊथ कोरिया का वीजा नहीं बन पाया है। मगर अरमेनिया का वीजा बन जाएगा और 90 हजार रुपये प्रतिमाह की सैलरी भी मिलेगी। आरोप था कि कबूतरबाजों ने फिर झांसा देकर सात लाख रुपये खर्च बताया। धीरे-धीरे दोनों से 10.77 लाख रुपये का भुगतान करवा लिया।
6 जुलाई 2023 को अरमेनिया का वर्क वीजा देकर दिल्ली बुलाया। यहां से वे 7 जुलाई को अरमेनिया पहुंचे, लेकिन वहां कोई होटल बुक नहीं था। इस बीच एक शख्स आया और वर्क वीजा के नाम 400 डॉलर ऐंठ लिये। कुछ दिन वहां रहने के बाद किए गए वादे के अनुसार कोई नौकरी नहीं मिली और 16 जुलाई को वह भारत अपने घर वापस आ गए। जब कबूतरबाजों से रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो आरोपी जान से मारने की धमकियां देने लगे।
इसके बाद पीड़ितों ने केलाखेड़ा थाने में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। मगर कोई कार्रवाई तक नहीं हुई। इसके बाद पीड़ितों ने एसएसपी कार्यालय पहुंच कर एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि एसएसपी कबूतरबाजों पर कार्रवाई करते हैं या फिर हर बार की तरह पुलिस कबूतरबाजों पर अपनी मेहरबानी दिखाती रहेगी।