ई-हॉस्पिटल पोर्टल की सुस्त रफ्तार से मरीज रहे बेहाल

Update: 2024-02-26 09:28 GMT

देहरादून: आयुष्मान के टीएमएस पोर्टल और पंजीकरण-बिलिंग समेत अन्य सुविधाओं के ई-हॉस्पिटल पोर्टल की रफ्तार शनिवार को सुस्त रही। जिससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। दोपहर करीब तीन बजे के बाद आयुष्मान का पोर्टल सही से चला। आयुष्मान के टीएमएस पोर्टल-2.0 की लांचिंग हाल ही में हुई है। वह नहीं चला तो पुराने वर्जन से ही काम चलाया गया, लेकिन उसमें भी केवल डिस्चार्ज का कार्य हो सका, नए मरीज भर्ती नहीं हो पाए। दून, कोरोनेशन समेत अन्य सरकारी एवं निजी अस्पतालों में मरीजों को दिक्कत झेलनी पड़ी। दून अस्पताल में ही आयुष्मान के तहत रोजाना करीब 70 मरीज भर्ती होते हैं। मरीजों के तीमारदारों को आयुष्मान काउंटरों से यह कहकर वापस लौटा दिया कि पोर्टल चलने पर ही भर्ती की प्रक्रिया ऑनलाइन हो पाएगी। तब तक बिलिंग कराकर इलाज होगा।

पर्चे-बिलिंग में लंबी कतार ई-हॉस्पिटल पोर्टल के सर्वर की दिक्कत लगातार जारी है। दून, कोरोनेशन समेत कई सरकारी अस्पतालों में परेशानी झेलनी पड़ी। दून अस्पताल में सुबह साढ़े दस बजे पोर्टल के अटक-अटक कर चलने एवं कई सिस्टम में न चलने से दिक्कतें हुई। मरीजों को पेरशानी झेलनी पड़ी। कई मरीजों की काउंटर पर नोकझोंक हुई। पंजीकरण प्रभारी विनोद नैनवाल लगातार उच्च स्तर पर वार्ता करते रहे।

इंजेक्शन लगाने को लेकर नोकझोंक दून अस्पताल के इंजेक्शन कक्ष में कुत्ते के काटने पर इंजेक्शन लगवाने आई महिला और उनके बेटे से कर्मियों की नोकझोंक हो गई।कांवली रोड निवासी हर्षित गांधी ने बताया कि वह अपनी मां सपना गांधी को लेकर दून अस्पताल में कुत्ते के काटने पर तीसरी डोज लगवाने आए थे। यहां पर इंजेक्शन कक्ष में कर्मचारी ये यह पूछा कि ये इंजेक्शन ठीक है क्या? इतना कहने पर कर्मचारी भड़क गई और उन्होंने सीरींज में भरी दवा डस्टबिन में डालकर सीरिंज भी फेंक दी। बाद में अन्य कर्मचारी ने इंजेक्शन लगाया। डीएमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई होगी।

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