आईसीयू में भी मरीजों को झेलनी पड़ रही परेशानी, शिफ्ट करने पड़ रहे मरीज

Update: 2023-05-12 06:21 GMT

नैनीताल न्यूज़: कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसटीएच में इन दिनों बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं. स्थिति यह हो गई है कि अस्पताल के संसाधन भी कम पड़ रहे हैं. इससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अस्पताल के स्त्रत्त्ी एवं प्रसूति रोग वार्ड की स्थिति काफी गंभीर है. यहां करीब 75 बेड हैं और सभी मरीजों से पैक हैं. इसके बाद भी मरीजों का आना लगातार जारी है. हालत यह है कि वार्ड के मरीजों को त्वचा रोग वार्ड में भर्ती करना पड़ रहा है. इस विभाग में डॉक्टरों के साथ-साथ नर्सिंग स्टाफ की भी भारी कमी है. जिसके चलते मरीजों को उपचार मिलने में समस्या हो रही है.

आईसीयू में भी जगह नहीं: एसटीएच में विभिन्न विभागों के पास 100 से ज्यादा आईसीयू बैड हैं. आईसीयू भी हमेशा पैक रहते हैं. इन दिनों भी यहां जगह नहीं है. गंभीर मरीजों को जब यहां आईसीयू नहीं मिल पाता तो मजबूरी में उन्हें प्राइवेट अस्पतालों का रूख करना पड़ रहा है. इधर आईसीयू बेड की बढ़ती जरूरत को देखते हुए 20 सर्जरी व 10 न्यूरो सर्जरी के बेड तैयार किए जा रहे हैं. इनके जल्द हैंडओवर होने की बात कही जा रही है.

स्त्रत्त्ी एवं प्रसूति रोग वार्ड मरीजों से पैक है. लेकिन किसी मरीज को लौटाया नहीं जा रहा, उन्हें दूसरे वार्ड में भर्ती किया जा रहा है. वहीं आईसीयू की कमी से निपटने के लिए आईसीयू में दी जाने वाली सुविधाओं को जनरल वार्ड में दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त जिन संसाधनों की जरूर है उसके लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है.

- डॉ अरुण जोशी, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज

एसएनसीयू पूरी तरह से पैक: एसटीएच में 24 बेड का एसएनसीयू भी पूरी तरह से पैक हैं. गंभीर नवजातों के इलाज के लिए जरूरी एसएनसीयू में पहले से ही वेटिंग की स्थिति रहती है. यहां डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ जरूरत से आधा ही है. बढ़ती डिमांड को देखते हुए एसएनसीयू में 10 बेड और बढ़ाए जाने की योजना है.

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