उत्तराखंड के कई जिलों में भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, रुकी केदारनाथ यात्रा
दिल्ली न्यूज: भारी बारिश और बाढ़ से देश के कई राज्यों में हालात बेकाबू बने हुए हैं. राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर 207.18 मीटर पर बह रही है. यह पिछले 10 वर्षों में दिल्ली में यमुना नदी का उच्चतम स्तर है। यमुना में बाढ़ के कारण दिल्ली के निचले इलाकों से 40000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना में 3 लाख क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है. वहीं, ओखला बैराज के भी सभी गेट खोल दिए गए हैं. वहीं, उत्तराखंड में गंगा नदी भी उफान पर है. ऋषिकेश में गंगा का पानी तेजी से बह रहा है. खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है।
उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ से अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है. मौसम विभाग ने राजधानी देहरादून और उत्तरकाशी समेत कई जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मानसून की शुरुआत में ही हिमाचल से लेकर मैदानी इलाकों तक नदियों ने जिस तरह तांडव मचाया है, वैसा पिछले 20 साल में नहीं देखा गया। पंजाब में भी कई गांवों में नदी का पानी घुस गया है. पंजाब में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार ने लोगों को बचाने के लिए सभी इंतजाम किये हैं.
वहीं मौसम विभाग ने कहा है कि यूपी के 57 जिलों में भारी बारिश की आशंका है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इन जिलों में राहत और बचाव के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है. हिमाचल की बात करें तो कई इलाकों में बारिश का दौर कुछ कम हो गया है, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार से यहां स्थिति में सुधार होने की संभावना है. हिमाचल और उत्तराखंड में नदियाँ सैकड़ों राजमार्गों और पुलों को बहा ले गयी हैं। इसके चलते इन इलाकों का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है.