देहरादून न्यूज़: पेयजल विभाग को नगर निकायों के अधीन किए जाने की तैयारी का विरोध शुरू हो गया है. जल संस्थान से जुड़े कर्मचारी और पेंशनर्स संगठन ने शासन स्तर पर चल रही तैयारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. किसी भी तरह का आदेश थोपने पर प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी गई.
जल संस्थान पेंशनर्स वेलफेयर सोसायटी उत्तराखंड ने मुख्य महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग से मिलकर विरोध जताया. अध्यक्ष विरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि शासन स्तर से यदि कोई भी ऐसा कदम उठाया गया, तो इसका विरोध किया जाएगा और बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा.
उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ के महामंत्री नंदलाल जोशी ने सीएम को पत्र भेजकर विरोध जताया. उन्होंने कहा कि विभाग अपने संसाधनों से कर्मचारियों के वेतन, पेंशन का खर्च उठाता है. सरकार से कोई मदद नहीं मिलती.
जल संस्थान कर्मचारी संगठन ने किया विरोध: पेयजल विभाग को निकायों के अधीन किए जाने का उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन ने भी विरोध किया. संगठन की वर्चुअल बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि जल आंदोलन से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए सीधे तौर पर सरकार और शासन जिम्मेदार रहेगा. इस बैठक में अध्यक्ष संजय जोशी, धन सिंह नेगी, रामचंद्र सेमवाल, श्याम सिंह नेगी भी मौजूद रहे.