ऑनलाइन सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, पुलिस ने चार युवक-युवती को धरदबोचा
उत्तराखंड के कुमाऊं के दो जिलों में चल रहे ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।
उत्तराखंड के कुमाऊं के दो जिलों में चल रहे ऑनलाइन सेक्स रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गूगल वेबसाइट पर संचालित स्कोर्ट सर्विस नाम के रैकेट के दो सदस्यों को दो युवतियों के साथ अनैतिक देह व्यापार करते धर दबोचा। उनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री भी मिली, जबकि गिरोह का मुख्य सरगना फरार हो गया। मंगलवार शाम करीब पांच बजे एसएसपी डीएस कुंवर ने पुलिस कार्यालय में प्रेस कान्फ्रेंस कर रैकेट का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिले के विभिन्न कस्बों में स्कोर्ट सर्विस नाम से गूगल वेबसाइट पर कॉल गर्ल नाम का एक रैकेट चल रहा था। इस पर एसपी सिटी ममता बोहरा ने एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की निरीक्षक बसंती आर्या के नेतृत्व में टीम गठित की।
टीम ने दिनेशपुर थाना क्षेत्र के जयनगर में एक घर पर छापा मारा। यहां अनैतिक देह व्यापार करते राधाकांतपुर थाना दिनेशपुर के दिलीप शिकारी, जेलकैंप नंबर चार शक्तिफार्म के बलराम मंडल, रविंद्रनगर धोबीघाट थाना ट्रांजिट कैंप व बड़ाखेड़ा रुद्रपुर की दो युवतियों को पकड़ लिया।
बताया कि आरोपियों के कब्जे से चार मोबाइल फोन, एक आल्टो कार, एक स्कूटी, एक बाइक और आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई। गिरोह का सरगना लक्खीपुर थाना दिनेशपुर निवासी सूरज विश्वास मौके से फरार हो गया। आरोपियों ने दिलीप शिकारी को तनख्वाह पर रखा था। पुलिस ने उनके खिलाफ दिनेशपुर थाने में आईपीसी की धारा 370, 372, 373 व 3/4/5/6/8 अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
नाबालिग से भी कराया जाता था अनैतिक काम
दिनेशपुर क्षेत्र के एक घर से पकड़े गए सैक्स रैकेट में नाबालिग लड़की से भी अनैतिक काम कराया जा रहा था। एसएसपी ने बताया कि नाबालिग लड़की का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
वाहनों से ग्राहकों तक छोड़ी जाती थीं युवतियां
पुलिस पूछताछ में बलराम ने बताया कि वाहनों के जरिये लड़कियों को ग्राहकों तक छोड़ा जाता था। लड़कियों को कमाए पैसों का आधा हिस्सा दिया जाता था। आरोपी पहले ऑनलाइन बुकिंग करते थे। उसके बाद इस काम के लिए लड़कियों को छोड़कर आते थे। पुलिस ने अनैतिक देह व्यापार में लिप्त वाहनों को भी जब्त कर लिया।
बैंक खातों से जुड़े थे आरोपियों के मोबाइल नंबर
गूगल में स्कोर्ट सर्विस नाम की वेबसाइट चलाने वाले आरोपियों के मोबाइल नंबर बैंक खातों से जुड़े हैं। जांच में पाया गया कि बलराम के मोबाइल पर फोन पे व पेटीएम के जरिये पैसों का लेनदेन काफी मात्रा में किया गया है। पुलिस के अनुसार वेबसाइट पर दिए नंबरों पर संपर्क कर लोगों से गूगल पे, फोन पे व पेटीएम के जरिये पेमेंट लिया जाता था। इसके लिए बदले ग्राहकों को देह व्यापार के लिए लड़कियां उपलब्ध कराई जाती थीं।
स्कोर्ट सर्विस नाम पर मिले तीन नंबर एक्टिव
एसओजी को रुद्रपुर व आसपास के स्थानों पर स्कोर्ट सर्विस के नाम पर तीन नंबर एक्टिव मिले थे। इन नंबरों के जरिये गिरोह तक पहुंचने के लिए जाल बिछा दिया और फिर इन्हीं नंबरों के सहारे टीम अनैतिक देह व्यापार में लिप्त गिरोह तक पहुंच गई। फरार मुख्य सरगना सूरज को पकड़ने के लिए टीम जुटी है।