उत्तराखंड के पहाड़ों में जंगली जानवरों की ही आतंक कम था कि अब यहां ततैयों का भी आतंक बढ़ने लगा है। मामला पिथौरागढ़ का है जहां एक ग्रामीण पर ततैयों ने हमला कर दिया और ततैयों के काटने के कारण उस व्यक्ति की मौत हो गई।
पिथौरागढ़ के बड़ाबे क्षेत्र में सुअरखोला गांव में राजेंद्र सिंह पर गुरुवार को ततैयों ने तब हमला कर दिया जब जंगल से घर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि राजेंद्र सिंह बकरी चराकर घर लौट रहे थे तभी उनकी गौशाला के पास ततैयों के झुंड (Wasp Attack) ने उन पर हमला कर दिया। जिसके बाद गंभीर हालत में ग्रामीण उन्हें जिला अस्पताल लाये।
लेकिन इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गई। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. जेएस बनियाल ने बताया कि ततैयों के हमले से उनके पूरे शरीर में जहर फैल गया था जिससे उनकी मौत हो गई।
सुअरखोला गांव के प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों का कहना है कि राजेंद्र सिंह जंगल से लौट रहे थे तो उनके घर के पास जो गौशाला है वहां एक पेड़ है। इस पेड़ में ततैयों ने अपना छत्ता बना रखा है। इस पेड़ पर अचानक कहीं से लंगूर आ गए और उन्होंने पेड़ को हिला दिया। पेड़ हिलते ही ततैयों ने राजेंद्र सिंह पर हमला (Wasp Attack) बोल दिया और उसे सम्भलने का मौका तक नहीं दिया।
राजेंद्र सिंह की मौत की सूचना मिलते ही पूरे सुअरखोला गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं कुछ लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर ही प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इन गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में 50 से अधिक ततैयों के छत्ते हैं, उनके हमले से पहले भी एक महिला की मौत हो चुकी है और कई मवेशी भी मरे हैं।
उन्होंने इस परेशानी की शिकायत कई बार की लेकिन किसी ने कोई कदम नहीं उठाया। साथ ही इन ग्रामीणों का कहना है कि राजेंद्र सिंह गरीब व्यक्ति था उसे परिवार को भी जल्द मुआवजा दिया जाये और गांव के सभी ततैयों के छत्तों को नष्ट किया जाये।