नगर निगम साफिया मलिक के खिलाफ पुलिस को सुबूत नहीं दे पा रहा
पुलिस ने निगम को 14 दिन पहले एक पत्र भेजकर दर्ज मुकदमे से संबंधित दस्तावेज मांगे थे
नैनीताल: नगर निगम मलिक का बगीचा वाली जमीन से जुड़े मामले में साफिया मलिक के खिलाफ सुबूत नहीं दे पा रहा है। इससे साफिया के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जांच धीमी पड़ गई है। जबकि पुलिस ने निगम को 14 दिन पहले एक पत्र भेजकर दर्ज मुकदमे से संबंधित दस्तावेज मांगे थे। दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने पर पुलिस ने अब दोबारा से पत्र भेजा है। जिसमें जमीन से दर्ज मामले में कई सवालों के जवाब मांगे गए हैं। बीते 22 फरवरी को वनभूलपुरा की हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी साफिया मलिक सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।
पूरा मामला मलिक का बगीचा जमीन से जुड़ा है, लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद अब तक पुलिस की जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है। इसकी वजह नगर निगम की ओर से मामले से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध न होना बताया जा रहा है। जबकि पुलिस ने नगर निगम से इस मामले से संबंधित दस्तावेज मांगे थे, लेकिन निगम से ये दस्तावेज अभी तक पुलिस को नहीं मिल पाए हैं। जबकि पुलिस हल्द्वानी हिंसा से जुड़े मामलों की जांच तेजी से कर रही है। अब तक 94 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं जमीन के मामले में दर्ज मुकदमे में नगर निगम को मलिक का बगीचा की भूमि के स्वामित्व, उसके लीजधारक, लीज दस्तावेज जारी करने वाले अधिकारी की जानकारी सहित अन्य दस्तावेज पुलिस को सुपुर्द करने हैं। दस्तावेज मिलने के बाद पुलिस संबंधित के बयान एवं अन्य कार्रवाई शुरू करेगी। कागजात के अभाव में मुकदमे में कार्रवाई नहीं हो पा रही है। कोतवाली के एसएसआई महेंद्र प्रसाद ने बताया कि नगर निगम को एक बार फिर पत्र भेजकर जानकारी मांगी है।
आरोपियों की गिरफ्तारी को दबिशें दे रही पुलिस: हल्द्वानी हिंसा में पुलिस ने करीब पांच हजार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अब महिलाओं समेत 94 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार उनकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है। इसमें पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं। पुलिस का दावा है कि हिंसा से जुड़े अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यूपी के बरेली समेत आसपास के शहरों में लगातार दबिशें दी जा रहीं हैं।