मौसम विभाग ने कुमाऊं के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया, भूस्खलन का खतरा बढ़ा

Update: 2022-10-03 14:13 GMT

देवभूमि बागेशवर: मौसम विभाग ने एक बार फिर बारिश का अलर्ट जारी किया है। मानसून सीजन समाप्त होने से पहले भारी बरसात का सामना करना होगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 6 और 7 अक्टूबर को कुमाऊं के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसी को देखते हुए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने वालों को अलर्ट रहने की अपील की गई है क्योंकि अति संवेदनशील जगहों पर भारी भूस्खलन होने का भी खतरा बना है। 7 अक्टूबर को कुमाऊं मंडल के जिलों में तथा उनसे लगे हुए गढ़वाल मंडल के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके साथ ही प्रदेश के कई इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टान गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए लोगों के अपील की गई है कि जरूरी काम होने पर ही यात्रा करें।

सड़कें हो सकती हैं बाधित: मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सड़कों में अवरोध आ सकता है। इसके अलावा कहीं-कहीं नालों व नदियों के अति उफान में आने से नुकसान होने की भी संभावना जताई जा रही है। बारिश के साथ ही बिजली गिरने से भी नुकसान हो सकता है। भारी बारिश के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के लिहाज से बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। पहाड़ों पर बारिश के पूर्वानुमान के बाद मैदानी क्षेत्रों में बहने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ने के भी आसार हैं। इसके अलावा रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।


लोगों को भी रहना होगा सचेत: प्रदेश में भारी बारिश के दौरान कई बार भारी नुकसान लोगों को झेलना पड़ता है। इसके लिए सभी लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है। मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट में लोगों को दूर और पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा से बचने और अपने घरों में भी सचेत रहने की अपील की गई है जिससे कि किसी को भी दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इसके अलावा अपने घरों के आसपास में नाली, निकासी आदि को भी दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि पानी जमा न हो और भूस्खलन का खतरा कम हो सके।

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