उत्तराखंड | सरकार के लाख दावों के बावजूद उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी का संकट हल नहीं हो रहा है. इस संकट के चलते उत्तराखंड के एकमात्र मेडिकल कॉलेज जहां टीबी व श्वास रोग विभाग की पीजी (एमडी) की कक्षाएं संचालित होती हैं. उनके बंद होने का खतरा मंडराने लगा है. नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने मामले में कॉलेज प्रबंधन से जवाब मांगा है.
श्रीनगर, देहरादून अल्मोड़ा और हल्द्वानी में राजकीय मेडिकल कॉलेज है. राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज है. यहां 2011 से पीजी(एमएस-एमडी) की कक्षाएं शुरू हुईं.
एनएमसी ने फैकल्टी की कमी के चलते पीजी कोर्स के संचालन पर आपत्ति लगाई है. कोशिश है कि फैकल्टी की भर्ती कर आपत्तियों का निरस्तारण हो ताकि टीबी व श्वास रोग विभाग से विशेषज्ञ डॉक्टर राज्य को मिल सकें.
-डॉ. अरुण जोशी
प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी