हरिद्वार न्यूज़: संस्कृत विद्यालय-महाविद्यालय प्रबंधकीय शिक्षक समिति के प्रदेश अध्यक्ष भगवती प्रसाद बिजल्वाण ने प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर कहा कि संस्कृत विद्यालय और महाविद्यालयों में कार्यरत 126 प्रबंधकीय संस्कृत शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रबंधकीय संस्कृत शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि के शासनादेश के अनुसार 155 संस्कृत शिक्षा संस्कृत शिक्षकों के अतिरिक्त समान योग्यता वाले 126 संस्कृत शिक्षकों को मानदेय से वंचित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि संस्कृत शिक्षा निदेशक की ओर से मानदेय से वंचित 126 प्रबंधकीय संस्कृत शिक्षकों की पीड़ा को देखते हुए इस संबंध में नियमानुसार प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराया गया था. इस संबंध में संस्कृत शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजकर अवगत कराया गया था. जिसका सरकार की ओर से अनुमोदन कर दिया गया था. लेकिन एक साल से अधिक होने पर भी उक्त प्रकरण शासन स्तर पर लंबित है और 126 संस्कृत शिक्षकों को मानदेय से वंचित रखा जा रहा है. इस अवसर पद समिति के प्रदेश सचिव रावेंद्र कुमार, प्रदेश संयोजक प्रकाश चंद्र तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. कमलेश कुमार, कोषाध्यक्ष चक्रपाणि मैठाणी, संगठन मंत्री डॉ. अतुल चमोली, प्रचार मंत्री हंसराज भट्ट, सह सचिव रामेश्वर प्रसाद राणाकोटी, मेवाराम गहरौला, प्रकाश चंद्र सेती आदि मौजूद थे.