जानिए क्यों हिन्दू समाज को सतर्क रहने की शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने दी सलाह

शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने दी सलाह

Update: 2021-12-12 09:17 GMT
रुड़की: शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी) पर बड़ा हमला बोला है. कल्बे जव्वाद ने कहा है कि उनका (Jitendra Narayan Singh Tyagi) का कोई धर्म नहीं है. वसीम रिजवी को इस्लाम से पहले ही खारिज किया जा चुका है, अब वह कहीं भी जाएं हमारे से उसका कोई संबंध नहीं है. उन्होंने तो यहां तक कहा कि वह वक्फ बोर्ड की संपत्ति को लूटकर चला गया.
रुड़की के मंगलौर में पहुंचे शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawad) ने पत्रकार वार्ता में कहा है कि हिन्दू समाज भी उनसे होशियार रहे. वसीम रिजवी का कोई धर्म नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि देश मे वक्फ की संपत्तियों की बंदर बांट हो रही है, जिन्हें देखने वाला कोई नहीं है.रुड़की पहुंचे शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद.उन्होंने सुन्नी और शिया धर्मगुरुओं पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों को खुर्द बुर्द करने से बचाने में ये उलेमा नाकाम रहे है. उन्होंने उलेमाओं को हिदायत करते हुए कहा कि मस्जिदों, मदरसों और खानकाहों में ना बैठकर सड़कों पर उतरकर इन संपत्तियों को बचाने का काम करें लेकिन सुन्नी और शिया उलेमा पूरी तरह से शांत हैं, जिससे शिया और सुन्नी वक्फ संपत्ति खुर्द बुर्द हो रही हैं. इन तमाम संपत्तियों की जांच होनी चाहिए. मौलाना कल्बे जव्वाद ने यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में वक्फ बोर्ड के कार्यालय में दो बार आग लगाई गई, जिसकी वजह से महत्त्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए. 6 दिसंबर, 2021 को शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन (Former Chairman of Shia Waqf Board) वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) ने इस्लाम धर्म छोड़कर गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर में हिन्दू धर्म को अपना लिया था.
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