जोशीमठ न्यूज़: जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा तहसील परिसर में लगातार धरना जारी है। आज तहसील परिसर में प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाई पावर कमेटी के पूर्व चेयरमैन डॉ रवि चोपड़ा ने सभा को संबोधित किया उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ जो छेड़छाड़ हो रहा है उससे विनाश बढ़ रहे हैं और सरकार इस विनाश को स्वयं कर रही है।
इस मौके पर कामरेड अतुल सती ने भी सभा को संबोधित किया उन्होंने कहा कि जोशीमठ के लोगों को एक होना ही पड़ेगा सरकार हमारी तभी सुनेगी जब हम सब संघर्ष करेंगे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग गंगाधर ने कहा कि कंपनियों की मनमानी के कारण यह विनाश हो रहा है। एनटीपीसी इसके लिए जिम्मेदार है। लोगों को अपने जल जंगल जमीन बचाने के लिए मिलकर काम करना होगा। सरकारों पर दबाव आसानी से नहीं बनता है उसके लिए संघर्ष की आवश्यकता होती है।
आज उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं ने भी जोशीमठ जाकर आंदोलन को समर्थन दिया। उधर माउंट व्यू मलारी इन को तोड़ने की कार्रवाई कल रात से ही शुरू हो गई थी आज भी होटल तोड़ने की कार्रवाई जारी है। जोशीमठ की मुख्य सड़क को डायवर्ट कर दिया गया है आर्मी कैंट से होकर के यातायात सुचारू रूप से चल रहा है मारवाड़ी के तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग में जगह जगह दरारें बढ़ गई हैं। छावनी बाजार के गांधी वार्ड के राखी चंद्र ने बताया कि उन्होंने 2021 से ही अपने गांव मे चल रही दरारों के बारे में सरकार को आगाह कर दिया था, सरकार के द्वारा हमारी बात नहीं सुनी गई उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था उनके द्वारा मुख्य सचिव उत्तराखंड को कार्रवाई के लिए आदेश दिए गए थे मुख्य सचिव के द्वारा उत्तराखंड आपदा सचिव को कार्रवाई के लिए आदेश निर्देश निर्गत हुए थे। उनके आदेश जिलाधिकारी चमोली को मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई उन्होंने आपत्ति जताई की हमें राहत केंद्रों में रखा गया है वहां पर पूर्ण रूप से व्यवस्था नहीं है। कई परिवार एक साथ रह रहे हैं जब तक हमारी पूर्ण रूप से व्यवस्था सरकार नहीं करेगी हम लोग उन्हीं घरों पर रहेंगे जो आपदा से प्रभावित हैं। उन्होंने कहां की रात्रि में मकानों पर क्रॉस का चिन्ह लगाई जा रहे हैं हमें इसका मालूम नहीं कि क्यों लगाया जा रहा है।
जोशीमठ में टेक्निकल टीमों के द्वारा सर्वे जारी:
जोशीमठ। जिला प्रशासन के द्वारा बताया गया है कि जोशीमठ में आपदा के कारण प्रशासन द्वारा सुरक्षा के दृष्टिगत जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत स्थित सभी भवनों का टेक्निकल टीमों के माध्यम से सर्वेक्षण कार्य जारी है। नगर क्षेत्र में 760 भवन चिन्हित किए जा चुके है जिनमें दरारें है। इसमें से अभी तक 128 भवन असुरक्षित पाए गए हैं। इन भवनों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी राहत शिविरों में लोगों की रहने की व्यवस्था की गई है। मुख्य रूप से जोशीमठ के नगर पालिका संस्कृत महाविद्यालय एवं निजी होटलों में लोगों को ठहराया गया है।