ऋषिकेश: देघाट मुख्य बाजार में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। 50 से अधिक दुकानों के अवैध छज्जे जेसीबी से ध्वस्त कर दिए गए। लोनिवि और प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन मनमाने तरीके से कार्रवाई कर रहा है बड़े व्यापारियों और पूंजीपतियों के अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे।
बुधवार को लोकनिर्माण विभाग की टीम तहसीलदार दिवान गिरी गोस्वामी, थानाध्यक्ष राहुल राठी और भारी पुलिस फोर्स के साथ दो जेसीबी लेकर देघाट बाजार पहुंची। व्यापारियों की जैसे ही जेसीबी पर नजर पड़ी तो वे आक्रोशित हो गए और अपनी दुकानों के बाहर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़े व्यापारी और पूंजीपतियों ने जो अतिक्रमण किया है, उस पर शासन-प्रशासन की नजर नहीं पड़ रही है लेकिन छोटे व्यापारी और कमजोर तबके के लोगों के खिलाफ अतिक्रमण के नाम पर कार्रवाई हो रही है। प्रशासन ने किसी तरह व्यापारियों को समझाया, तब लोनिवि की टीम 50 दुकानों के बाहर निकले छज्जों को तोड़ सकी। लोनिवि के सहायक अभियंता जीबी भट्ट ने कहा कि अतिक्रमण को किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आगे भी अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। इस मौके पर लोनिवि के अपर सहायक अभियंता गुलाम मोहम्मद, चेतन रावल, अमीन दीपर मेहरा, कांस्टेबल नीरज बिष्ट, मनोज पांडे, सुरेंद्र कुमार सहित पुलिस और राजस्व कर्मी मौजूद रहे।