डंपर स्वामियों की मर्जी है जितना चाहे उतना उपखनिज ढोएं

Update: 2023-02-05 09:08 GMT

हल्द्वानी: गौला नदी से मनमाना उपखनिज ढोने के शासनादेश से डंपर स्वामियों का गुस्सा फूट पड़ा। डंपर स्वामियों ने वन विकास निगम का पुतला फूंका और ज्ञापन सौंप कर इस आदेश को वापस लेने की मांग की। चेतावनी दी कि किसी भी सूरत में 108 कुंतल से अधिक वजन नहीं ढोने दिया जाएगा।

गौला खनन संघर्ष समिति राजपुरा-शीशमहल के बैनर तले डंपर स्वामी बुद्ध पार्क में इकट्ठा हुए। गुस्साए डंपर स्वामियों ने कहा कि स्टोन क्रशर्स मालिकों के इशारे पर तानाशाही भरा आदेश जारी किया है।

इस आदेश के मुताबिक यदि डंपर स्वामी 108 कुंतल से अधिक उपखनिज ढोता है तो उसका फायदा सिर्फ स्टोन क्रशर्स को होगा क्योंकि वाहन स्वामी का ओवरलोडिंग में चालान हो जाएगा। यदि सरकार को राजस्व की चिंता है तो पुलिस, सीपीयू, परिवहन विभाग को आदेश दिए जाए कि वाहनों के चालान नहीं काटे गए। यह मनमानी सिर्फ क्रशर्स स्वामियों को फायदा पहुंचाने लिया गया है।

चेतावनी दी कि यदि यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो इसके खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। गुस्साए डंपर स्वामियों ने वन निगम के एमडी का पुतला फूंका। पुतला दहन करने वालों में राजेंद्र सिंह बिष्ट, विजय बिष्ट, दिगंबर रावत, धर्मेंद्र मेहरा, बीसी जोशी, प्रताप रैकवार, विपिन, हरेंद्र, प्रमोद बिष्ट, संजय, राजकुमार जोशी, बल्लू सुयाल, कमलजीत, पप्पू रावत, विजय, राकेश, गुड्डू अधिकारी, आनंद सिंह आदि शामिल थे।

आयुक्त दीपक रावत से की मांग

हल्द्वानी। गैला खनन संघर्ष समिति ने आयुक्त दीपक रावत से गौला नदी के खनन वाहनों में उपखनिज की मात्रा बढ़ाए जाने का विरोध किया।

शनिवार को डंपर स्वामियों का एक प्रतिनिधि मंडल एसडीएम कोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को आयुक्त को संबोधित ज्ञापन सौंपकर कहा कि बीते 20 वर्षों से गौला नदी से 108 कुंतल उपखनिज की निकासी हो रही है। यदि इस मात्रा से अधिक उपखनिज ढोने पर एक दिन की निकासी बंद की जाती थी लेकिन इस खनन सत्र में क्रशर्स स्वामियों की शह पर नदी से मनमानी मात्रा में उपखनिज ढोने की अनुमति दी गई है।

इससे पूर्व की भांति गैंगवार होने का खतरा है तो 108 कुंतल से अधिक वजन ढोने पर चालान का दंड वाहन स्वामियों को भुगतना होगा। उन्होंने इस तानाशाह आदेश को वापस लेने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में पम्मी सैफी, मनोज मठपाल, अरशद अयूब, आमिर हुसैन, दीपू, शाकिर, हरीश, नासिर आदि मौजूद थे।

यह है मामला

शासन ने वन निगम से वित्तीय वर्ष 2022-23 में 200 करोड़ से राजस्व का लक्ष्य निर्धारित किया है लेकिन अभी तक सिर्फ 31.19 करोड़ का ही राजस्व प्राप्त हुआ है। गौला नदी से हर वर्ष 54.25 लाख घनमीटर उपखनिज की निकासी का लक्ष्य है लेकिन पिछले कई वर्षों से यह लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। इससे राजस्व को क्षति हो रही है। इसलिए नदी में पंजीकृत वाहन से 108 कुंतल से अधिक उपखनिज ढोने पर एक दिन का निकासी का प्रतिबंध नहीं लगाया जाए। ताकि खनन सत्र में निकासी लक्ष्य पूरा हो सके और राजस्व प्राप्त हो। 

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