देहरादून: राज्य बीज एवं आर्गनिक उत्पाद प्रमाणीकरण संस्था के टैग घपले में कृषि विभाग की जांच टीम ने दो महत्वपूर्ण जांच रिपोर्ट तलाश लीं.
तत्कालीन अपर सचिव-कृषि आशीष श्रीवास्तव और संस्था के तत्कालीन उपनिदेशक एससी सकटा की रिपोर्ट मिल गई है. इन रिपेार्ट की प्रतियां संस्था के दस्तावेजों में रिकार्ड के रूप में रखी गईं थी. वर्ष 2017 में प्रकाश में आए इस घपले में तत्कालीन अपर सचिव ने संस्था के कुछ कार्मिकों की संलिप्तता की ओर भी इशारा किया है. हालांकि, सकटा की रिपोर्ट में कुछ स्पष्ट नहीं लिखा गया है. महानिदेशक-कृषि एवं उद्यान रणवीर सिंह चौहार की अध्यक्षता में गठित जांच समिति इन रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है.
यह है मामला
टैग घपले का मामला जून 2017 में तत्कालीन कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के सामने आया था. किसी व्यक्ति ने उन्हें प्रमाणीकरण संस्था के गोपनीय टैग की पूरी गड़डी ही थमा दी थी. बीजों की गुणवत्ता से जुड़े महत्वपूर्ण टैग के खुले बाजार में उपलब्ध होने को गंभीरता से लेते हुए जांच बिठा दी गई. हालांकि संस्था के तत्कालीन निदेशक गौरीशंकर ने घपले के आरोपों को खारिज कर दिया था. लेकिन बाद में हुई विभिन्न जांच में अपर सचिव आशीष श्रीवास्तव, कुमाऊं कमिश्नर ने वर्ष 2018 में जांच की सिफारिश की थी. इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है.