नैनीताल न्यूज़: नए शिक्षा सत्र 2023-24 में बच्चों के प्रवेश को लेकर अभिभावकों की दौड़ शुरू हो गई है. स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को किताबों की सूची देने के साथ स्कूल ड्रेस का कलर, जूते-मोजों तक का डिजाइन दे रहा है. इससे अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है. क्योंकि किताबों के साथ ही स्कूल ड्रेस की कीमतों में करीब 5 फीसदी तक इजाफा हुआ है.
करीब 1500 स्कूल हैं, जिसमें निजी स्कूलों की संख्या 200 के करीब है. हर स्कूल की अपनी अलग ड्रेस है. कहीं-कहीं किताबों में भी अंतर है. इन निजी स्कूलों ने बच्चों की किताबें खरीदने के लिए भी अपनी दुकानें निर्धारित कर रखी है. बच्चों की स्कूल ड्रेस निर्धारित दुकानों पर ही उपलब्ध है. यहां दाम निर्धारित हैं और कोई छूट नहीं.
कोई एक तो कोई हर साल बदल देता है ड्रेस शहर के निजी स्कूल मनमानी के चलते अपने हिसाब से स्कूल ड्रेस का कलर बदल देते हैं. यह अभिभावकों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द है.
निजी स्कूलों में ड्रेस में बदलाव को लेकर कोई नियम नहीं हैं. इस संबंध में विभाग से कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है.
- केएस रावत मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल
बच्चों की स्कूल ड्रेस पर करीब 5 फीसदी तक इजाफा हुआ है. किताबों और स्टेशनरी पर ज्यादा महंगाई है. वाटर बोलत आदि पर भी रेट बढ़े हैं.
-सनी सिंह, लुधियाना हौजरी