अल्मोड़ा मै गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को एंबुलेंस सेवाएं नही मिलने से हो रही हैं दिक्कत
अल्मोड़ा न्यूज़: जिले के सल्ट विकास खंड में जरूरत के समय रोगियों को एंबुलेंस की सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। जिसका सबसे अधिक खामियाजा गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन कई बार की शिकायतों के बाद भी स्वास्थ्य महकमा इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिले के सबसे दूरस्थ विकास खंड की बात करें तो यहां गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों समेत अन्य रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए इमरजेंसी सेवा 108 का एक वाहन व खुशियों की सवारी तैनात की गई है। जबकि इस विकास खंड के आसपास स्याल्दे, भौनखाल और सराईखेत में भी एक एक 108 वाहन तैनात किया गया है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह चारों एंबुलेंस खराब हालत में पड़ी हुई है। जिस कारण अब गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को अस्पताल तक पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एक दो दिन पूर्व विकास खंड के रिवाली गांव निवासी संगीता देवी को अचानक प्रसव पीड़ा हुई तो उसके परिजन उसे चारपाई पर रखकर तीन किमी की दूरी पैदल चलकर सडक़ तक पहुंचे। घर से निकलने से पहले वह आपातकालीन सेवा को दूरभाष से इसकी जानकारी दे चुके थे। लेकिन चार घंटे बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। मजबूरी में दर्द से कराह रही संगीता ने सडक़ पर हीएक नवजात को जन्म दे दिया। पूर्व ग्राम प्रधान जयपाल सिंह ने आरोप लगाया कि सूचना देने के बाद भी गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं भेजी गई और ना ही उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध ना होने के बारे में कोई जानकारी दी गई। अगर उन्हें पहले ही बता दिया जाता तो शायद परिजन कोई और व्यवस्था करते।
जयपाल सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के दुरुस्त होने के दावे तो करती है। लेकिन सरकार के सभी दावे खोखले ही साबित हो रहे हैं। उन्होंने शीघ्र व्यवस्था दुरुस्त ना होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।