निजी स्कूल कर रहे NCERT किताबों की अनदेखी, अभिभावकों ने लगाया आरोप

Update: 2023-04-03 14:43 GMT

बागेश्वर: जनपद के कई निजी स्कूलों पर फिर सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाने का आरोप है। कई स्कूल एनसीईआरटी की पुस्तकों की बजाय निजी पब्लिशर्स की पुस्तकों को खरीदवाने की सलाह अध्यापकों को दे रहे हैं। परेशान अभिभावक दबाव के चलते इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा पा रहे हैं।

जनपद के विभिन्न स्कूलों में शैक्षिक सत्र प्रारंभ हो गया है। स्टेशनरी की दुकानों में अभिभावकों व बच्चों की कतार लगी हैं। सरकार का आदेश है कि प्रत्येक स्कूल में एनसीईआरटी की पुस्तकें ही लगाई जायं तथा निजी पब्लिशर्स की पुस्तकों को न खरीदवाया जाय, परंतु इन आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

कई स्कूलों के अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने उनसे कहा है कि कुछ विषयों की पुस्तकें वह स्वयं उपलब्ध कराएंगे। अभिभावक मजबूरी में निजी पब्लिशर्स की पुस्तकें स्कूल से खरीद रहे हैं। इसके अलावा स्कूल ड्रेस आदि सामग्री भी स्कूल से खरीदने को दबाव बनाया जा रहा। अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा विभाग व प्रशासन को चाहिए कि वह स्कूलों में अचानक चेकिंग कर प्रयोग किए जाने वाली पुस्तकों की जांच करें।

वहीं, बागेश्वर के मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सिंह सोन ने बताया कि शासन के आदेश के तहत सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकें लगानी हैं। निजी पब्लिशर्स की पुस्तकों की अनुमति नहीं है। यदि कोई अभिभावक गोपनीय शिकायत करे तो कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से भी बच्चों के बस्ते स्कूल में चेक किए जाएंगे। 

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