काशीपुर। दो दिन से लगातार भारी वर्षा के कारण एक कच्चा मकान की दीवार गिर गई। दीवार गिरने से घर में सो रहे दंपति व तीन बच्चे मलबे में दब गए। मलबे में दबे घायलों को आसपास के लोगों ने बाहर निकालकर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं सूचना पर तहसीलदार तहसीलदार युसूफ अली ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
मंगलवार से लगातार हो रही बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ग्राम बाबर खेड़ा निवासी 33 वर्षीय नईम अपने परिवार के साथ एक कच्चे मकान में रहता है। जहां वह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। बुधवार देर रात को भारी बारिश के बीच नईम के कच्चे मकान की एक दीवार ढह गई।
दीवार के गिरने से ऊपर पड़ा छप्पर भी गिर गया और नीचे सो रहे नईम, उसकी 32 वर्षीय पत्नी मोमिना, 10 वर्षीय बेटा रिहान, 4 वर्षीय बेटी इल्मा और 6 वर्षीय बेटा यासीन मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। चीख पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला।
जिन्हें इलाज के लिए मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि मलबे में दबने से नईम के दाहिने पैर में तीन जगह से फ्रैक्चर हो गया। वहीं पत्नी मोमिना व बेटे यासीन को भी गंभीर चोटें आई हैं। जबकि बेटी इल्मा व बेटा रिहान को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।