काशीपुर: अस्पतालों में हैंड फुट माउथ डिसीज (एचएफएमडी) से ग्रस्त बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इससे बच्चों के शरीर पर लाल रंग के दाने (चकत्ते) और मुंह में छाले बन रहे। ऐसी समस्या होने पर बिना लापरवाही किए अभिभावक डॉक्टर से सलाह लें। दरअसल, मौसम में परिवर्तन के चलते बच्चों में एचएफएमडी सामान्य वायरस तेजी से फैल रहा है। यह एक तरह का वायरल फीवर है, जो ज्यादातर 7 साल से कम उम्र के बच्चों में फैलता है। इस वायरल संक्रमण की वजह से बच्चों के हाथ, पैर, बांह की कलाई पर लाल रंग के चकत्ते और मुंह में छाले हो जाते हैं। कुछ बच्चों को तेज बुखार भी होता है।
एक संक्रमित बच्चे से दूसरे में यह रोग संपर्क से फैलता है। दिल्ली के अस्पतालों में बच्चों में हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (एचएफएमडी) वायरस के मामले तेजी बढ़ रहे हैं। अब यह रोग क्षेत्र में भी तेजी से फैल रहा है। जिससे ग्रस्त बच्चों की संख्या अस्पतालों में बढ़ती जा रही है। श्री कृष्णा हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद मोहन ने बताया कि अस्पताल में करीब एक पखवाड़े से 15-20 बच्चे एचएफएमडी के पहुंच रहे थे, लेकिन अब इस रोग ग्रस्त बच्चों की 25-30 पहुंच रही है। एचएफएमडी वायरस से संक्रमित बच्चों के शरीर में चकत्ते निकल जाते हैं। उनमें से कुछ को जोड़ों में दर्द, पेट में ऐंठन, जी मिचलाना, थकान, उल्टी आना, डायरिया, खांसी, छींक आना, नाक बहना, तेज बुखार और शरीर में दर्द आदि की शिकायत हो रही है। एक संक्रमित से दूसरे में यह रोग संपर्क से फैलता है। यह रोग काफी संक्रामक है। जिसे ठीक होने में करीब दस दिनों का समय लग रहा है।