हल्द्वानी के नशा मुक्ति केंद्र फिर चर्चाओं में, केंद्रों में पहले भी सामने आ चुकी हैं बड़ी घटनाएं

Update: 2023-04-11 11:33 GMT

नैनीताल न्यूज़: ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि हल्द्वानी के नशा मुक्ति केंद्र चर्चाओं में हैं. इससे पहले भी केंद्रों में विवाद सामने आते रहे हैं. यहां तक कि भर्ती मरीजों के साथ मारपीट और हत्या तक की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.

सांई कृपा फाउंडेशन के नशा मुक्ति केंद्र से एक साथ 19 मरीजों के फरार होने से तमाम सवाल खड़े हुए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर केंद्र के अंदर ऐसा क्या होता था, जिसकी वजह से मरीजों को तोड़फोड़ और मारपीट कर फरार होना पड़ा. मामले में एक तरफ जहां केंद्र प्रबंधन कुछ आपराधिक किस्म के मरीजों को घटना का जिम्मेदार ठहरा रहा है, वहीं 19 मरीजों का एक साथ भागकर चले जाना चर्चाओं का विषय बना हुआ है. केंद्र के आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि घटना के दिन यहां काफी बवाल हुआ था.

केंद्र से आ रही आवाज से लग रहा था, जैसे कोई बड़ा विवाद हुआ हो. इसके अलावा केंद्र में रहने वाले मरीजों को कमरे तक ही सीमित रखा जाता था. बंद कमरे के भीतर ऐसा क्या हुआ कि उन्हें मारपीट कर फरार होने को मजबूर होना पड़ा यह तो मरीज ही बता सकते हैं. मामले में पुलिस ने फरार हुए मरीजों के परिजनों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है. साथ ही मरीजों की तलाश में भी जुट गई है.

नवंबर 2020 में प्रवीण की हुई थी हत्या

नवंबर 2020 में एक नशा मुक्ति केंद्र में पिथौरागढ़ निवासी युवक प्रवीण टम्टा की बेरहमी से पिटाई हुई थी. बताया जाता है कि मामूली बात पर मरीजों के बीच मारपीट हुई थी. बाद में प्रवीण की मौत हो गई थी. उस समय यह मामला काफी सुर्खियों में रहा. पुलिस ने छह आरोपियों पर केस दर्ज कर जेल भेजा था.

जून 2017 में तारिफ को गंवानी पड़ी थी जानजून 2017 में हल्द्वानी के एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती तारिफ इब्राहिम को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. बताया जाता है कि घटना के दिन 10-12 मरीज नशा मुक्ति केंद्र से फरार हो गए थे. सूचना पर जब परिजन नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे तो तारिफ बेहोश पड़ा हुआ था. उसे एसटीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मामले में पुलिस ने एक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था.

Tags:    

Similar News

-->