हल्द्वानी नगर निगम ने डेंगू के खिलाफ शुरू किया अभियान
बरसात के मौसम में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इस सीजन में एडीज मच्छर पनपने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले सामने आते हैं
बरसात के मौसम में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इस सीजन में एडीज मच्छर पनपने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले सामने आते हैं. उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में बरसात का पानी जगह-जगह इकट्ठा हो गया है और इससे इन बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. 'न्यूज 18 लोकल' ने शहर में डेंगू-मलेरिया के बढ़ते खतरे को लेकर खबर दिखाई थी, जिसके बाद हल्द्वानी नगर निगम (Haldwani Municipal Corporation) ने खबर का संज्ञान लिया और शहर में फॉगिंग शुरू करवाई. निगम कर्मचारी अब हर गली-मोहल्ले में जाकर डेंगू के मच्छर के खात्मे के लिए फॉगिंग कर रहे हैं.
हल्द्वानी नगर के आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि हल्द्वानी शहर में फॉगिंग अभियान शुरू कर दिया गया है और लगातार हर गली-मोहल्ले में डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिए फॉगिंग कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि कीटनाशक के छिड़काव के लिए हल्द्वानी शहर का रोस्टर चार्ट बनाकर बारी-बारी फॉगिंग की जा रही है. शहर की हर कॉलोनी में डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग अभियान लगातार जारी रहेगा.
डेंगू के लक्षण
डेंगू की चपेट में आने के बाद इसके हल्के लक्षण तीन से सात दिनों के अंदर नजर आने लगते हैं. इसमें सिरदर्द, मांसपेशियों, आंखों में दर्द, जोड़ों में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, ग्लैंड्स में सूजन होना, त्वचा पर लाल निशान देखने को मिलते हैं. गंभीर मामलों में रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और खून में प्लेटलेट काउंट की कमी होने लगती है. अगर आपका प्लेटलेट काउंट का स्तर पहले से ही कम है, तो आप डेंगू से जल्दी संक्रमित हो सकते हैं.
डेंगू से बचाव
डेंगू से बचने के लिए आपको इसके मच्छरों को अपने घरों के आसपास पनपने नहीं देना होगा. पानी जमा न होने दें. कूलर आदि का पानी बदलते रहें. फुल बाजू के कपड़े पहनें और मच्छर मारने वाली कॉइल, लिक्विड या फिर मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.