हल्द्वानी : गांव में इलाज की सुविधा नहीं होने से सड़क पर पैदा हुए नवजात की तीन दिन बाद हो गई मौत
नवजात की तीन दिन बाद हो गई मौत
हल्द्वानी, सड़क पर बच्चे को जन्म देने के बाद अस्पताल से घर पहुंचे परिजनों की खुशियां उस समय मातम में बदल गई, जब नवजात ने देर रात अचानक दम तोड़ दिया। सड़क से पांच किमी दूर गांव में इलाज की सुविधा न होने से नवजात को तत्काल इलाज नहीं मिल पाया। जिस कारण उसकी मौत हो गई।
मामले के अनुसार बीते मंगलवार को भुजियाघाट से पांच किमी ऊपर मोरा गांव की रहने वाली दीपा जीना पत्नी किशन सिंह जीना को प्रसव पीड़ा हुई। सड़क न होने के कारण ग्रामीण चेयर की डोली बनाकर दीपा को सड़क तक लाये, लेकिन सड़क पर पहुंचते ही प्रसव को गया। फिर उसे सरकारी एम्बुलेंस से महिला अस्पताल लेकर आये। जच्चा-बच्चा स्वस्थ होने पर बीते शुक्रवार को दीपा को अस्पताल से घर भेज दिया गया। परिजन दीपा और बच्चे को लेकर घर पहुंचे और गांव वालों में मिठाई बांटकर खुशी मनाई। बीती रात लगभग दो बजे अचानक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई और कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया। इससे पूरे परिवार को दुख का पहाड़ टूट पड़ा।
क्षेत्र पंचायत सदस्य मुन्नी जीना व ग्रामीण कुंदन सिंह जीना ने बताया कि आये दिन कोई न कोई ग्रामीण दुर्घटना का शिकार होकर रास्ते में ही दम तोड़ देते है। गांव में लंबे समय से सड़क का अभाव है। घायलों व बीमार व्यक्तियों नेशनल हाईवे तक लाने में कई घंटों तक जाते हैं।