Haldwani: नैनीताल में मम्प्स के 11 मामले मिले, हल्द्वानी में राहत

Update: 2024-07-20 09:18 GMT
Haldwani  हल्द्वानी । नैनीताल में बीते 10 दिन में मम्प्स (गलसुआ) के 11 मामले मिले हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। राहत की बात है कि हल्द्वानी में अभी तक कोई मरीज नहीं मिला है।
मम्प्स चेहरे के दोनों तरफ एक वायरस के कारण होते हैं। कान के पीछे स्थित ग्लैंड्स जिन्हें पैरोटिड ग्लैंड्स भी कहा जाता है, मुंह में सलाइवा का उत्पादन करती हैं। जिससे सूजन के साथ ही दर्द होना शुरू हो जाता है। यह एक संक्रामक संक्रमण है जो मुंह की सलाइवेरी ग्लैंड को प्रभावित करता है।
नैनीताल में बारिश के दिनों में मम्प्स के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते 10 दिन में 11 मामले मिल चुके हैं। बीडी पांडे अस्पताल में मरीजों का उपचार चल रहा है। राहत की बात है कि अभी तक नैनीताल जिले के मैदानी इलाकों में मम्प्स के मरीज नहीं मिले हैं।
इधर, मम्प्स के मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मांगी है। नैनीताल में प्रतिदिन मम्प्स के 20 से 25 मरीज आने की खबर को स्वास्थ्य विभाग ने गलत बताया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता भंडारी का कहना है कि विभाग के पास सभी मरीजों की जानकारी मौजूद है।
अस्पतालों में उमड़ी मरीजों की भीड़
मंगलवार और बुधवार को ओपीडी बंद रहने की वजह से सरकारी अस्पतालों में शुक्रवार को मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के प्रमुख बेस अस्पताल और डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल की ओपीडी में सुबह से ही मरीजों की लंबी कतार लगी है। सबसे ज्यादा मरीज मेडिसिन ओपीडी में पहुंचे। बेस अस्पताल की फिजिशियन डॉ. विनीता निखुर्पा ने बताया कि इन दिनों पेट खराब होने के मामले ज्यादा आ रहे हैं। साथ ही बुखार के मरीजों की भी संख्या बढ़ रही है।
बेस अस्पताल के चिकित्सक चारधाम ड्यूटी पर
बेस अस्पताल के आकस्मिक चिकित्साधिकारी डॉ. ब्रजेश रावत को गढ़वाल में चारधाम ड्यूटी पर भेजा गया है। उनके स्थान पर और कोई चिकित्सक अस्पताल में सेवा के लिए नहीं है। इससे मरीजों को परेशानी हो रही है। पीएमएस डॉ. केके पांडेय ने बताया कि चारधाम ड्यूटी के लिए अभी और भी चिकित्सक जाएंगे।
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